वाराणसी पहुंचा रोपवे का गोंडोला, जल्द शुरू होगा लगाने का काम, आंधी और बारिश में भी नहीं थमेगी रफ्तार
वाराणसी। रोपवे का गोंडोला वाराणसी पहुंच चुका है। जल्द ही इन्हें लगाने का काम शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बन रहे देश के पहले अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे से यात्री मात्र 15 मिनट में ही कैंट से गोदौलिया पहुंच जाएंगे। 150 फीट की ऊंचाई पर हवा में वायर के सहारे दौड़ने वाले गोंडोला की रफ्तार आंधी, बारिश और घने कोहरे में भी नहीं थमेगी।
काशी विद्यापीठ स्टेशन पर 148 गोंडोला की खेप आई है। इसे अभी ढंककर रखा गया है। जल्द ही इन्हें लगाने का काम भी शुरू होगा। कैंट से गोदौलिया तक रोपवे के पांच स्टेशन होंगे। इनमें कैंट काशी विद्यापीठ और रथयात्रा बनकर तैयार होने वाले हैं। गिरजाघर और गोदौलिया पर काम चल रहा है। वाराणसी रोपवे में काफी उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्विटजरलैंड के इंजीनियरों व विशेषज्ञों की देखरेख में काम चल रहा है। एक घंटे में 600 ट्रॉलियों का संचालन दोनों तरफ से होगा। जिसमें 6000 यात्री सफर करेंगे। कैंट, विद्यापीठ और रथयात्रा का करीब 92 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।
स्टेशनों पर फसाड लाइटें, इंटीरियर और उपकरणों के इंस्टालेशन का काम भी 98 फीसदी पूरा हो चुका है। मेट्रो और एयरपोर्ट की तर्ज पर रोपवे एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर डिजिटल टिकट ओपनिंग सिस्टम होगा। इसके लिए किसी को टिकट चेक करने की जरूरत नहीं होगी। कैंट पर छह लिफ्ट और चार एस्केलेटर लगाए जाएंगे। यहां एक टिकट काउंटर और तीन वेंडिंग मशीन लगेगी। विद्यापीठ पर चार लिफ्ट और चार एस्केलेटर के साथ एक टिकट काउंटर पर एक वेंडिंग मशीन की सुविधा होगी। रथयात्रा पर चार लिफ्ट, पांच एस्केलेटर, तीन टिकट काउंटर और पांच वेंडिंग मशीन की सुविधा होगी।

