दीपावली पर पांच दिन भक्तों को दर्शन देंगी स्वर्णमयी अन्नपूर्णा, बंटेगा खजाना
वाराणसी। इस बार दीपावली पर माता अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के पांच दिन दर्शन होंगे। वहीं भक्तों में खजाना भी बंटेगा। दीपोत्सव का यह पंच दिवसीय पर्व इस बार छह दिनों तक मनाया जाएगा। मां अन्नपूर्णा बाबा विश्वनाथ को अन्न-धन की भिक्षा देने वाली देवी मानी जाती हैं। उनके दर्शन मात्र से भक्तों के सभी तरह के पाप और संताप दूर हो जाते हैं। वहीं सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
तिथियों में हुए बदलाव के कारण, इस साल मां अन्नपूर्णा के दर्शन का यह विशेष अवसर लगातार दूसरे साल पांच दिनों तक रहेगा। दीपावली के दौरान मां अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु काशी पहुंचते हैं, जिससे यह पर्व अत्यधिक महत्व रखता है।
29 अक्टूबर से दो नवंबर तक होंगे दर्शन
दीपोत्सव का शुभारंभ 29 अक्टूबर को कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी से होगा, जिसे धनतेरस के रूप में जाना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और मां अन्नपूर्णा की पूजा का विधान होता है। श्रद्धालु विशेष रूप से इस दिन मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी संख्या में जुटते हैं। दो नवंबर तक दर्शन का क्रम चलेगा।
भक्तों में बांटा जाएगा खजाना
मां अन्नपूर्णा मंदिर की ओर से इस वर्ष भी भक्तों में 'खजाना' बांटा जाएगा, जिसमें चांदी के सिक्के और सामान्य सिक्के शामिल होंगे। यह परंपरा भक्तों के बीच अत्यधिक प्रिय है और श्रद्धालुओं को मां अन्नपूर्णा से जुड़े विशेष आशीर्वाद का प्रतीक स्वरूप यह 'खजाना' वितरित किया जाता है।
दो नवंबर को अन्नकूट की झांकी
मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि अन्नकूट की झांकी 2 नवंबर को सजाई जाएगी, जिसके बाद मध्य रात्रि में स्वर्णमयी अन्नपूर्णा के दर्शन बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद, श्रद्धालुओं को अगले वर्ष तक इस दिव्य दर्शन का इंतजार करना होगा।
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