सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से जन्मी बालिका की मौत, पुलिस की गिरफ्त में हैं सारे आरोपी
वाराणसी। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से जन्मी नवजात बच्ची की रविवार की सुबह मौत हो गई। मासूम की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना प्रभारी निरीक्षक को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा भरने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सात दिन पहले सोमवार की रात करीब 12 बजे पीड़िता को अचानक पेट दर्द शुरू हुआ। परिजन, मामी और मामा उसे ऑटो से लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल जा रहे थे। लेकिन रास्ते में डुबकियां बाजार के पास उसकी हालत गंभीर हो गई। ऐसे में ऑटो चालक उसे एक निजी क्लिनिक पर ले गया। वहां पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं न होने के बावजूद पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया।
क्लिनिक में संसाधनों की कमी के चलते परिजनों ने तुरंत बेहतर इलाज के लिए पीड़िता को अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया। उन्होंने 108 नंबर पर एम्बुलेंस सेवा के लिए फोन किया, लेकिन मदद नहीं मिली। अंततः परिजन ऑटो से ही पीड़िता और नवजात को पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल लेकर पहुंचे। इलाज के बाद पीड़िता अपने मामा के गांव लौटी, जहां उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस ने दो कांस्टेबल और एक महिला आरक्षी की तैनाती की थी।
पीड़िता के मामा ने बताया कि बच्ची जन्म के बाद पूरी तरह सामान्य थी। लेकिन रविवार सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया। मासूम की असमय मौत से परिजन शोकसंतप्त हैं। पुलिस ने बताया कि बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिससे मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल सके। पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के सभी आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।

