श्री काशी विश्वनाथ धाम में लगे जर्मन हैंगर, शिव भक्तों को मिली छांव, अब नहीं जलेंगे पांव

वाराणसी। भोलेनाथ के दर्शन-पूजन के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं के पैर गर्मी की तपती दोपहरी में नहीं जलेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धाम में गंगा द्वार से मंदिर चौक तक जर्मन हैंगर लगवाए गए हैं। इससे श्रद्धालुओं को काफी राहत मिल रही है। श्रद्धालु पंखे के सामने बैठकर आराम भी कर रहे हैं।
मई व जून के महीने में गर्मी व तीखी धूप के मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में गंगा द्वार से लेकर मंदिर चौक तक छाया की व्यवस्था कराने का फैसला लिया। मंदिर में जर्मन हैंगर लगवाए गए हैं। इसके पोल के पास पंखे भी लगवाए गए हैं। यहां श्रद्धालु बैठकर आराम कर रहे हैं। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए वाटर कूलर भी लगवाया गया है। मंदिर के सेवादार दर्शनार्थियों को पानी भी पिला रहे हैं। कैनोपी से श्रद्धालुओं को न सिर्फ छांव मिलेगी, बल्कि बारिश से भी बच जाएंगे।
फिलहाल धाम में यह व्यवस्था सिर्फ तीन महीने के लिए है। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए स्थायी इंतजाम कराए जाएंगे। सावन माह में श्रद्धालुओं को गंगा द्वार से मंदिर चौक तक जर्मन हैंगर की छाया मिलेगी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा के जर्मन हैंगर और वाटर कूलर लगवाए गए हैं।
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