वाराणसी में गंगा का जलस्तर घटा, घाटों पर सफाई अभियान शुरू, तीन सेमी प्रति घंटे की रफ़्तार से घट रहा जलस्तर
वाराणसी। गंगा के जलस्तर में तेजी से गिरावट जारी है, जिससे तटवर्ती इलाकों के निवासियों ने राहत की सांस ली है। शनिवार को जलस्तर घटने की रफ्तार और तेज रही, जहाँ प्रति घंटे तीन सेंटीमीटर की दर से जलस्तर में कमी देखी गई। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार सुबह वाराणसी में गंगा का जलस्तर 65.36 मीटर दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि सोमवार से ही जलस्तर में लगातार गिरावट हो रही है। जलस्तर बढ़ने से पहले घाटों पर पानी भर गया था, जिससे तटवर्ती क्षेत्रों के लोग परेशान थे। कई स्थानों पर आसपास के इलाके भी जलमग्न हो गए थे। अब जबकि गंगा का जलस्तर घट रहा है, लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
वाराणसी में गंगा के चेतावनी बिंदु का स्तर 70.262 मीटर है, जबकि खतरे का बिंदु 71.262 मीटर पर है। केंद्रीय जल आयोग के साथ एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें जलस्तर की लगातार निगरानी कर रही हैं।
जलस्तर में गिरावट के साथ ही घाटों पर नाविकों और सेवा समितियों ने सफाई कार्य प्रारंभ कर दिया है। जलस्तर बढ़ने पर घाटों पर सिल्ट जमा हो जाती है, जो घटते जलस्तर के साथ साफ की जानी आवश्यक हो जाती है। यह सिल्ट लोगों के आने-जाने में समस्याएं उत्पन्न करती है, और पर्यटकों को नावों पर बैठने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, घाटों की सफाई बिना नगर निगम का इंतजार किए ही नाविकों द्वारा प्रारंभ कर दी गई है।
हालांकि, अभी तक सभी घाटों की सफाई नहीं हो पाई है। सिल्ट के कारण कई घाटों के बीच संपर्क टूटा हुआ है, जिससे पाटों को भी समस्याएं हो रही हैं। वाराणसी के वरुणा और असि के बीच कुल 84 घाट हैं, जिनमें से कुछ ही घाटों की सफाई पूरी हो पाई है, जबकि बाकी घाट अभी भी सिल्ट से ढके हुए हैं।
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