वाराणसी में गंगा के बढ़ने की रफ़्तार हुई कम, 15 घाट जलमग्न, खतरे के निशान से एक मीटर दूर बह रही गंगा
वाराणसी। पहाड़ों पर हो रही बारिश से पूर्वांचल में गंगा उफान पर हैं। वाराणसी समेत यूपी के 20 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। इन जिलों में 20 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
वाराणसी में गंगा का पानी लगातार बढ़ रहा है। हालांकि इसकी रफ़्तार में मंगलवार को काफी कमी आई है। सोमवार को जहां गंगा का पानी 5 सेमी प्रति घंटे की रफ़्तार से बढ़ रही थी, वहीं मंगलवार को गंगा के बढ़ने की रफ़्तार एक सेमी प्रति घंटे की रही। जिससे तटवर्ती इलाकों के लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की, लेकिन गंगा के बढ़ने के कारण लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें नजर आईं।
वाराणसी में गंगा का पानी इस समय खतरे के निशान से केवल एक मीटर की दूरी पर है। काशी का प्राचीन रत्नेश्वर महादेव मंदिर पानी में डूब गया है। यह दुनिया का पहला झुका हुआ मंदिर है। काशी के 15 घाट भी जलमग्न हो गये हैं। कई घाटों का संपर्क टूटता सा नजर आ रहा है। अस्सी और दशाश्वमेध घाट के आरती स्थल तक पानी पहुंच चुका है।
बाढ़ के जानकारों की मानें तो अभी गंगा में उतार चढ़ाव जारी रहेगा। अभी तो यह मानसून की शुरुआत है। अभी पूरे बरसात भर गंगा में उतार चढ़ाव लगा रहेगा।
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