गंगा दशहरा: 11 अर्चकों व 22 देव कन्याओं ने की महाआरती, 51 लीटर दूध से मां गंगा का अभिषेक, 30 कुंटल फूल माला एवं 11,001 दीपों से जगमग हुआ घाट
वाराणसी। गंगा दशहरा के अवसर पर काशी एम मां गंगा की विशेष आरती हुई। यह दृश्य इतना मनभावन था कि जिसने देखा वह देखता ही रह गया। इस अद्भुत विहंगम दृश्य के साक्षी हजारों लोग बने। देश-विदेश से आए असंख्य श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने स्वच्छ गंगा, निर्मल गंगा व अविरल गंगा का संकल्प लेकर कार्यक्रम की भव्यता को और भी दिव्य रूप दे दिया।
गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर रविवार को गंगा महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें स्वच्छ गंगा, स्वच्छ काशी, स्वच्छ भारत व पर्यावरण संरक्षण के लोगों को संकल्प भी दिलाये गये। कार्यक्रम का शुभारंभ गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्व० पं० सत्येन्द्र मिश्र के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। संस्था के सदस्य सुशान्त मिश्र एवं श्याम लाल सिंह द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक तिवारी, माननीय महापौर, वाराणसी नगर निगम, वाराणसी, लॉरेल गेस्ट राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल, कार्यक्रम अध्यक्ष अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया, स्वागत संस्थापक अध्यक्ष सुशान्त मिश्र एवं श्याम लाल सिंह द्वारा किया गया। इसके साथ ही अति विशिष्ट अतिथि में ब्रिगेडियर अनिर्बन दत्त एसएम, कमॉडेण्ट, 39 GTC,वाराणसी, एयर कमाडोर कुणाल काला, एयर ऑफिसर कमॉडिंग, 4 वायु सेना पर्वरण बोर्ड,वाराणसी, डीआईजी मनोज कुमार शर्मा, 11वीं वाहिनी, NDRF, वाराणसी, आलोक कुमार, माननीय ए.आई.जी., सीआईएसएफ वाराणसी, विशिष्ट अतिथि मनीष कुमार (द्वितीय), माननीय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, वाराणसी अतिथियों का स्वागत आशीष तिवारी, इन्दुशेखर शर्मा एवं सुरजीत द्वारा अंगवस्त्रम्, रूद्राक्ष की माला एवं स्मृति चिन्ह से किया गया।
भगवती माँ गंगा के धरती पर अवतरण दिवस के पावन पर्व की संध्या पर गंगा सेवा निधि द्वारा विगत सात वर्षों से मां गंगा की आरती में गंगा संरक्षण के संकल्प दिलाये जाते हैं। इस संकल्प में गंगा, घाट व सम्पूर्ण भारतवर्ष को स्वच्छ रखने इस प्रयत्न को सात वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। संस्था के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने कहा कि हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हमारा यह संकल्प अभियान निश्चित ही भारतवर्ष को स्वच्छ रखने में एक अनोखी पहल साबित होगी।
गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा सेवा निधि के 11 अर्चकों द्वारा भगवती माँ गंगा का वैदिक रीति से पूजन कराया गया। इसी क्रम में संस्था के 11 अर्चको एवं रिद्धी-सिद्धी के रूप में 22 देव कन्याओं (दुर्गाचरण गर्ल्स इण्टर कालेज) द्वारा भव्य भगवती माँ गंगा की महाआरती का आयोजन किया गया। 30 कुन्टल फूल-मालाओं एवं 11,001 दीपों से दशाश्वमेध घाट को भव्य रूप से द्वारा सजाया गया व घाटों पर फैली दीपों की रोशनी देश-विदेश से आये हजारों सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बनी रही। साथ ही 51 लीटर दूध से मां गंगा का अभिषेक किया गया।
तीन मिनट के शंखनाद से शुरू हुई मां गंगा की महाआरती
सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारम्भ माँ गंगा की अवतरण पर प्रस्तुती, कथक (गंगा अवतरण)- रूद्रशंकर मिश्र, सुनिधि पाठक, विदुषि जायसवाल, श्रेया भट्टाचार्या, आलि प्रकाश एवं समीक्षा तिवारी, गायन (मानस गंगा)- डॉ. नीरज खन्ना एवं गुलाब (ऑर्गन), मुन्ना मिश्रा (पैड), प्रमोद पाण्डेय (ढोलक) द्वारा प्रस्तुत किया गया सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन अंजना झा द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन सुरजीत कुमार सिंह, सचिव ने किया। कार्यक्रम में विशेष रूप इन्दू शेखर शर्मा, हनुमान यादव, सुशांत मिश्र, पंकज अग्रवाल, आशीष तिवारी, जितेन्द्र नाथ सिंह, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, मनीष सोनी, विनोद श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
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