G-20 Summit Varanasi : काशी में आज होगी 100वीं बैठक, मां अन्नपूर्णा की नगरी से दुनिया को स्वस्थ रखने का देंगे संदेश

वाराणसी। भारत के नेतृत्व में हो रही G-20 Summit की 100वीं बैठक सोमवार को काशी में होगी। इसमें अमेरिका, यूरोप, आस्ट्रेलिया समेत 19 देशों और 34 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के डेलीगेट्स शामिल होंगे। भारत की ओर से उनके सामने 'महर्षि MAHARISHI’ प्रपोजल प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें पोषण, खाद्य सुरक्षा, जलवायु अनुकूल खेती को बढ़ाने का प्रस्ताव शामिल है। इसके जरिए मां अन्नपूर्णा की नगरी काशी से विश्व को स्वस्थ रखने का मैसेज दिया जाएगा। इसके साथ ही वाराणसी में होने वाली पहली G-20 बैठक का आगाज भी हो जाएगा।
बैठक में शामिल होने वाले डेलीगेट्स को वाराणसी के होटल ताज में आयोजित बैठक में मोटे अनाजों के बढ़ते बाजार के साथ हेल्थ और इसके आर्थिक फायदों के बारे में बताया जाएगा। विकसित देशों के कृषि वैज्ञानिक (MACS-Meetings of Agricultural Chief Scientists) भी आए हैं। विदेशी मेहमान दिन भर की मीटिंग्स को पूरा कर शाम को काशी दर्शन पर निकलेंगे। घूमने के बाद पूरे तीन दिन तक म्यूजिकल डिनर की भी व्यवस्था है। विदेशी मेहमानों के समक्ष बांसुरी, सितार, तबले की धुन के साथ ही शास्त्रीय गायन, लोक नृत्य और कथक आदि की भी प्रस्तुति होगी। नदेसर स्थित होटल ताज में पहले दिन दो सत्रों में बैठकें होंगी। वहीं 17 से 19 अप्रैल तक कुल आठ सत्र चलेंगे। सुबह और शाम डेलीगेट्स के काशी दर्शन का शेड्यूल है। काशी दर्शन में नमो घाट से गंगा में बोटिंग, क्रूज राइडिंग, दशाश्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध गंगा महाआरती, अस्सी घाट पर सुबह-ए-बनारस की आरती, बौद्ध उपदेश स्थली सारनाथ, म्यूजियम, TFC सेंटर और काशी की हस्त शिल्प कला और प्राचीन चीजों को शामिल किया गया है।
विदेशी मेहमानों का होगा भव्य स्वागत
G -20 बैठक के लिए अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका से मेहमान आए हैं। सोमवार की शाम सभी डेलीगेट्स गंगा आरती देखने जाएंगे। नमो घाट पर लोकनृत्य का लुत्फ उठाएंगे। गंगा आरती के बाद करीब नौ बजे तक म्यूजिकल डिनर का कार्यक्रम है। मेहमान बांसुरी और सितार वादन की मधुर धुन सुनते हुए खाना खाएंगे। 18 अप्रैल की शाम भगवान बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ पहुंचेंगे। यहां पर संग्रहालय और स्मारक स्थल पर घोड़ऊ और मयूर लोक नृत्य देखेंगे। बुद्धा थीम पार्क में G -20 देशों से आए मेहमानों का स्वागत मसक बीन और शैला लोकनृत्य से होगा। बुद्धा थीम पार्क में ही डिनर कराया जाएगा। डिनर के साथ ही वाद्यवृंद, उपशास्त्रीय गायन और शास्त्रीय नृत्य भी प्रस्तुत किया जाएगा। 19 अप्रैल को मेहमान काशी की हस्तकला देखने के लिए दीनदयाल हस्तकला संकुल पहुंचेंगे। यहां पर उनका स्वागत ढेढ़िया और थारू लोकनृत्य से होगा। डिनर के साथ संतूर और सारंगी वादन होगा। इसके बाद 20 अप्रैल को मेहमानों की विदाई हो जाएगी।
इन बिंदुओं और थीम पर होगी चर्चा
पहले सत्र में फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रिशन: रोल ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन पर चर्चा होगी। वहीं दूसरे सत्र में रेसिलिएंट (Resilient) एग्री फूड सिस्टम पर चर्चा होगी। वहीं दूसरे दिन 18 अप्रैल को तीसरे सत्र में डिजिटल एग्रीकल्चर एंड सस्टेनेबल एग्री वैल्यू चेन, चौथे सत्र में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप इन एग्रीकल्चर आरएंडडी: पर्सपेक्टिव फ्रॉम डेवलप्ड एंड डेवलपिंग कन्ट्रीज, पांचवें सत्र में डिस्कशन ऑन MACS 2023 कम्युनिक ओनली जी-20 मेंबर्स स्टेटस तो पार्टिसिपेट, छठें सत्र में स्टेटेमेंट बाई इनकमिंग प्रेसीडेंसी ब्राजील स्टेटमेंट बाई जी-20 MACS चेयर, इंडिया, तीसरे दिन 19 अप्रैल को सातवें सत्र में डिस्कशन एंड फाइनलाइज़ेशन ऑफ़ द MACS (मीटिंग ऑफ़ एग्रीकल्चरल चीफ साइंटिस्ट)-2023 कम्युनिक आठवें सत्र में मेहमान दोपहर में बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन (टीएफसी) सेंटर का भ्रमण करेंगे। रात में शास्त्रीय संगीत के साथ फेयरवेल डिनर होगा।