चार वर्षीय शिवनन्दन को मिली नई जिंदगी: दिल में छेद की सफल सर्जरी, आरबीएसके की सहायता से मुम्बई में हुआ सफल ऑपरेशन

varanasi
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वाराणसी।  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और केंद्र सरकार की ओर से गरीब परिवारों में जन्मजात विकृतियों से ग्रस्त बच्चों के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है। इस कार्यक्रम के तहत दिल में छेद, कटे होंठ-तालू, बहरापन, टेड़े-मेढ़े पैर, और न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट जैसी 40 से अधिक जन्मजात बीमारियों का इलाज किया जाता है। 

आरबीएसके का उद्देश्य बच्चों की असमय मृत्यु को कम करना और उन्हें सामान्य जीवन जीने में मदद करना है। इसी क्रम में, बड़ागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत आरबीएसके टीम ने मई में सीतापुर आंगनबाड़ी में बच्चों की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की। इस दौरान चार वर्षीय शिवनन्दन, पुत्र उदल, को दिल में छेद का पता चला। इस जानकारी को नोडल डॉक्टर रितेश गुप्ता ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी और आरबीएसके के नोडल अधिकारी डॉ. संजय राय को बताया। 

डॉ. गुप्ता ने शिव के पिता को आश्वस्त किया कि उनके बच्चे का निःशुल्क ऑपरेशन मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ या श्री सत्य साईं हार्ट केयर हॉस्पिटल छत्तीसगढ़ में कराया जाएगा। हालांकि, कुछ जटिलताओं के कारण, शिव को मुम्बई के श्री सत्य साईं हार्ट केयर सेंटर भेजा गया, जहां उसका सफल ऑपरेशन हुआ। शिव के पिता ने खुशी जताते हुए बताया कि अब उनका बेटा पूरी तरह स्वस्थ है और अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। 

आरबीएसके बड़ागांव टीम में डॉ. रमेश, डॉ. सर्वेश, आशीष कुमार और रेनू गौतम के योगदान को सराहा गया। पीएचसी के प्रभारी डॉ. संतोष कुमार ने भी टीम की मेहनत की सराहना की। 

सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने सफल ऑपरेशन के लिए आरबीएसके बड़ागांव टीम की सराहना की और कहा कि सरकार आरबीएसके के तहत मरीज और उनके परिजनों के इलाज, जांच और दवा का पूरा खर्च वहन करती है। 

नोडल अधिकारी डॉ. संजय राय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में जनपद में 16 बच्चों का दिल में छेद का सफल ऑपरेशन हुआ। इस वित्तीय वर्ष में अब तक 12 बच्चों का सफल ऑपरेशन हो चुका है, और 6 अन्य बच्चों का ऑपरेशन अगले छह महीनों में किया जाएगा।
 

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