संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और पत्नी की सड़क हादसे में मौत, शिक्षा जगत में शोक 

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वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और वर्तमान कुलपति कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय रामटेक (नागपुर) के कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी और उनकी पत्नी बदामी देवी की मऊ में सड़क हादसे में मौत हो गई। इसकी सूचना मिलते ही संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय समेत शिक्षा जगत में शोक व्याप्त हो गया। कुलपति प्रोफेसर विहारीलाल शर्मा ने इस पर शोक संवेदना व्यक्त की। 

मऊ के दोहरीघाट पुलिस के अनुसार, इनोवा कार सड़क किनारे खड़े ट्रेलर से टकरा गई। कार कुलपति ही चला रहे थे। हादसे में कुलपति, उनकी पत्नी की मौत हो गई। वहीं वैभव नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हरेराम त्रिपाठी बिहार के गोपालगंज जिले के मीरगंज के रहने वाले थे। वैभव ने पुलिस को बताया कि वह नागपुर से प्रो. त्रिपाठी और उनकी पत्नी को लेकर गोपालगंज लौट रहा था। यात्रा के दौरान नींद आने पर उसने गाड़ी चलाना बंद किया तो प्रो. त्रिपाठी स्वयं वाहन चलाने लगे। बसारथपुर के पास एक ट्रेलर पंचर होने के कारण सड़क किनारे खड़ा था, जिससे इनोवा कार जोरदार टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि प्रो. त्रिपाठी और उनकी पत्नी की मौके पर ही मृत्यु हो गई।


शिक्षा जगत में शोक की लहर
प्रो. हरेराम त्रिपाठी के आकस्मिक निधन की खबर से संस्कृत शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “प्रो. त्रिपाठी जी का निधन संस्कृत शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। वे महान विद्वान थे। उनकी आत्मा की शांति के लिए मैं बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना करता हूं।

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