बनारस के तालाबों से निकलकर सिंघाड़ा चला दुबई, पहली बार 500 किलो सिंघाड़ा होगा एक्सपोर्ट
वाराणसी। काशी के तालाबों से निकला सिंघाड़ा अब दुबई के बाजार में धूम मचाएगा। वाराणसी से वाटर चेस्टनट पहली बार संयुक्त अरब अमीरात एक्सपोर्ट किया जा रहा है। इसकी पहली खेप 20 नवंबर को दुबई जाना प्रस्तावित है। योगी सरकार किसानों उद्यमियों को निर्यातक भी बना रही है। अन्नदाताओं की मेहनत, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के प्रयासों और सरकार की रणनीति से किसानों को उनकी उत्पाद का उचित मूल्य मिल रहा रहा।
वाराणसी एयरपोर्ट से लगातार सब्जियों, फूलो और फल का निर्यात हो रहा है। जिससे किसानों को उनके मेहनत का उचित फल मिल रहा है। वाराणसी स्थित एपीडा के क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक सी. बी.सिंह ने बताया कि वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से पहली बार संयुक्त अरब अमीरात सिंघाड़ा का कन्साइनमेंट भेजने की तैयारी की गई है है। जिसे आज 20 नवंबर को भेजा जाएगा, एपीडा के क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक ने जानकारी दिया कि वाराणसी के पिंडरा तहसील के गॉवो से लगभग 500 किलो सिंघाड़ा खाड़ी देश निर्यात किये जाने की पूरी तैयारी चल रही है।
एपीडा के क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक ने बताया कि एपीडा व हॉर्टिकल्चर के माध्यम से किसानों का लगातार प्रशिक्षण कराया जा रहा है। जिससे किसान निर्यात के मानकों के अनुरूप अपनी उपज पैदा कर सके। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में हमारे उपज का उचित मूल्य मिल रहा है। वाराणसी धीरे-धीरे पूरे पूर्वांचल के लिए एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट व फूड प्रोसेसिंग का बहुत बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। एग्री एक्सपोर्ट हब बनाने के लिए वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास इंडस्ट्रियल एरिया में पैक हाउस और एयरपोर्ट पर पांच टन छमता वाला पेरिशेबल कोल्ड स्टोरेज बनाया गया है। प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र के राजातालाब में पेरिशेबल कोल्ड स्टोरेज की सौगात भी दे चुके है।
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