आस्था : कहीं जलधरी तो कहीं कूलर लगे, गर्मी में बदल गया भगवान का भोग और श्रृंगार

वाराणसी। ज्येष्ठ में बनारस तपने लगा है। इससे जनजीवन बेहाल हो गया है। भक्त गर्मी में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए तमाम तरह के जतन कर रहे हैं। कही जलधरी तो कहीं कूलर लगाए गए हैं। वहीं ठंडे तासिर वाले चंदन, गुलाब और खस से श्रृंगार किया जा रहा है। आराध्य को फालसा और पना का भोग अर्पित किया जा रहा है।
वाराणसी में तापमान इस समय 42 डिग्री से ऊपर है। भीषण गर्मी लोगों को सता रही है। ऐसे में भक्तजनों की आस्था के अनुरूप भगवान का भी विशेष श्रृंगार और भोग अर्पित किए जा रहे हैं। बाबा विश्वनाथ धाम में जलधरी लगाई गई है। कालभैरव मंदिर में सिंदूर के साथ खस और इत्र मिलाकर श्रृंगार किया जा रहा है। बाबा को आम, लीची आदि का भोग लगाया जा रहा है।
शीतला धाम में श्रृंगार और भोग के अलावा कूलर और घड़े के जल की धारा प्रवाहित की जा रही है। सुगंधित फूलों से श्रृंगार के साथ भोग में खीरा, ककरी, तरबूज आदि फलों का भोग लगाया जा रहा है। इसी तरह वाराणसी के संतटमोचन मंदिर समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में भी गर्मी में विशेष इंतजाम किए गए हैं।