IIT BHU छात्रा से छेड़खानी की घटना के 36 घंटे बाद भी कम नहीं हुआ आक्रोश, पीड़िता को न्याय के लिए सिंहद्वार पर धरने पर बैठी छात्राएं
वाराणसी। आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ छेड़खानी की घटना के 36 घंटे बाद भी छात्र-छात्राओं का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। छात्र-छात्राओं का विरोध-प्रदर्शन जारी है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने शुक्रवार की शाम परिसर में मार्च निकाला। वहीं सिंहद्वार पर धरने पर बैठ गईं। छात्राओं के आंदोलन की सूचना के बाद एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में काफी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंच गई है।
महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने शुक्रवार की शाम हाथों में बैनर, पोस्टर लेकर मार्च निकाला। उनका जुलूस परिसर का भ्रमण करते हुए सिंहद्वार पहुंचा। वहां छात्राएं धरने पर बैठ गईं। धरनारत छात्राएं पीड़िता को त्वरित न्याय दिलाने की मांग कर रही हैं। इस दौरान सभा व गीत के जरिये विरोध प्रदर्शित किया जा रहा है। छात्राओं के धरने की सूचना के बाद एसीपी के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। छात्राओं को समझाकर शांत कराने का प्रयास किया जा रहा है।
बुधवार की रात बाइक सवार तीन युवकों ने आईआईटी बीएचयू की छात्रा को असलहे के दम पर सुनसान जगह पर ले जाकर उसके कपड़े उतरवाए और वीडियो बानाया और फोटो खींची। करीब 15 मिनट तक छात्रा को अपने कब्जे में रखा और उसके साथ अश्लील हरकतें करते रहे। किसी तरह से वह उनके चुंगल से बचकर भागी। छात्रों ने घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को इससे अवगत कराया था, लेकिन जिम्मेदारों के ढुलमुल रवैये के चलते छात्र आक्रोशित हो गए। गुरुवार को लगभग ढाई हजार छात्रों का समूह जिमखाना स्टेडियम में धरने पर बैठ गया। मामले को संज्ञान लेते हुए पीएमओ व सीएम योगी ने स्थानीय अधिकारियों से जबाव तलब किया। इसके बाद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। सात बिंदुओं पर सहमति बनने के बाद छात्रों ने देर रात अपना धरना समाप्त किया। वहीं शुक्रवार को छात्राओं के सिंहद्वार पर आंदोलन से माहौल फिर गरमा गया है।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।