ई-रिक्शा व ऑटो चालकों से अवैध पर्ची से हो रही थी वसूली, नगर आयुक्त ने ठेकेदार को रंगे हाथ पकड़ा
इसमें पाया गया कि स्टैंड संचालक रमाशंकर पाण्डेय के नाम से छपी अवैध पर्ची जो 10/- रुपए एवं 15/- रुपए शुल्क छपा था और न ही किसी पर्ची पर क्रमांक था। साथ ही पर्ची पर नगर निगम, वाराणसी लिखा था। इसी पर्ची के माध्यम से ई-रिक्शा एवं आटो रिक्शा से अवैध वसूली की जा रही थी। जबकि नगर निगम के द्वारा आवंटित स्टैंडो से एम0पास0 डिवाइस के माध्यम से शुल्क प्राप्त करने हेतु पूर्व में आदेशित किया गया है।
नगर आयुक्त ने जांच के बाद सभी पर्ची को जब्त कर लिया है तथा सम्बन्धित स्टैंड संचालक के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव को निर्देशित किया। जिसके बाद राजस्व विभाग के द्वारा सम्बन्धित ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है।
इसके बाद नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश पर सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव ने दुर्गाकुण्ड स्थित स्टैंड की जांच की। वहां भी जांच में पाया गया कि दुर्गाकुण्ड वाहन स्टैंड के संचालक के द्वारा अवैध रूप से पर्ची काटते हुये वसूली की जा रही है। सहायक नगर आयुक्त के द्वारा तत्काल सभी पर्ची को जप्त कर सम्बन्धित ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है।
गौरतलब है कि नगर निगम के द्वारा स्टैंडो के आवंटन के समय ही निर्धारित शुल्क वसूली एम० पास० डिवाइस के माध्यम से कराये जाने के लिए एग्रीमेंट किया गया था तथा इस बाबत निर्देश भी दिये गये थे। नगर आयुक्त के द्वारा सभी ठेकेदारों को चेतावनी दी गयी है कि प्रत्येक दशा में ई-रिक्शा एवं आटो रिक्शा के शुल्क की वसूली एम० पास० डिवाइस के माध्यम से किया जाय। इसका पालन न करने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही नगर आयुक्त के द्वारा सभी ई-रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा चालकों से अपील किया गया कि उनके द्वारा कागज की छपी पर्ची स्वीकार न करें। छापे के दौरान सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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