मंडलायुक्त ने की योजनाओं की समीक्षा, लापरवाही पर अधिकारियों का वेतन रोका, जारी की चेतावनी
- चंदौली, जौनपुर, वाराणसी और गाजीपुर के अफसरों को नोटिस जारी कर वेतन रोकने की कार्रवाई
- सीएम की समीक्षा के बाद मंडलायुक्त ने अधिकारियों संग मीटिंग कर परखी विकास की हकीकत
- लापरवाह अधिकारियों को कार्यप्रणाली में सुधार की दी हिदायत, होगी विभागीय कार्रवाई
वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा के बाद मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने मंडल के चारों जिलों के अधिकारियों संग मीटिंग कर विकास कार्यों व योजनाओं की हकीकत परखी। इस दौरान योजनाओं व विभागीय कार्यों में लापरवाही पर चारों जिलों के कई अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने की कार्रवाई की। लापरवाह अधिकारियों को कार्यप्रणाली में सुधार की हिदायत दी।
चंदौली में मछली मंडी निर्माण में लापरवाही सामने आने पर कमिश्नर ने मंडी परिषद के इलेक्ट्रिकल्स, मैकेनिकल उपनिदेशक को नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए। बाबा कीनाराम मेडिकल कालेज चंदौली के निर्माण में लगे भवन खंड के एक्सईएन की ओर से शासन की प्राथमिकता के बावजूद टेंडर जारी न करने, मजदूर बढ़ाकर समय से काम न पूरा कराने पर भवन खंड के एक्सईएन को नोटिस जारी की।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना में शिथिलता पर चंदौली, जौनपुर, वाराणसी के जिला कृषि अधिकारियों को चेतावनी जारी की। दिव्यांग पेंशन में गाजीपुर को सुधार करने और पिछड़ा वर्ग शादी अनुदान योजना में वाराणसी की धीमी प्रगति पर पिछड़ा वर्ग अधिकारी का वेतन रोकने को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में अपेक्षित प्रगति न होने पर उपायुक्त उद्योग को नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने का निर्देश दिया। कमिश्नर के सख्त रुख से अधिकारियों में खलबली मची रही।
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