मंडलायुक्त ने रिंग रोड पर वाराणसी-चंदौली को जोड़ने वाले ब्रिज का किया निरीक्षण, एनएचएआई अफसरों को दिए निर्देश
वाराणसी। मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने सोमवार को रिंग रोड फेज-2 पैकेज-2 के तहत संदहा से चंदौली तक गंगा नदी पर बन रहे 1.742 किलोमीटर लंबे नवनिर्मित ब्रिज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की भौतिक प्रगति का जायजा लिया और कार्यदायी संस्था भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यह परियोजना वाराणसी को चंदौली से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे क्षेत्र में आवागमन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।

निरीक्षण के दौरान एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि 25.528 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि गंगा नदी पर बन रहे इस ब्रिज का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। मंडलायुक्त ने ब्रिज की संरचनात्मक मजबूती और राइडिंग सरफेस की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया। अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि निर्माण में गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन किया गया है।
मंडलायुक्त ने ब्रिज पर देखे गए अंड्यूलेशन (उबड़-खाबड़ सतह) के मुद्दे पर सवाल उठाए, जिसके जवाब में एनएचएआई अधिकारियों ने बताया कि मुख्यालय द्वारा गठित ब्रिज एक्सपर्ट समिति उसी दिन निरीक्षण कर रही थी। समिति के सुझावों के आधार पर राइडिंग सरफेस में सुधार किया जाएगा। मंडलायुक्त ने शेष कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि जनता को सुगम और सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके।
निरीक्षण में एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी एस. के. आर्या, परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा, गैमन इंजीनियर्स के वरिष्ठ अधिकारी के. एल. श्रीनिवासन और अनूप सिंह (एमसीसी) सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। यह ब्रिज न केवल वाराणसी की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। स्थानीय निवासियों ने इस परियोजना के जल्द पूरा होने की उम्मीद जताई है।

