गंगा आरती के नाम पर अवैध वसूली करने वालों को मंडलायुक्त ने पकड़ा, केस दर्ज कर तत्काल हुई गिरफ़्तारी
श्रद्धालुओं से किया बातचीत, सुविधाओं का भी किया अवलोकन
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने दर्शन के लिए लाइन में लगे श्रद्धालुओं से बातचीत की और किसी प्रकार की असुविधा के बारे में पूछा। श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें सुगमता से बाबा के दर्शन मिल रहे हैं और कोई परेशानी नहीं है।
मंडलायुक्त ने निरीक्षण के दौरान दुकानदारों को निर्देशित किया कि दुकान के अंदर ही सामान रखें, बाहर फैलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुछ दुकानदारों द्वारा सड़क पर पानी गिराए जाने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई और तत्काल सफाई कराने का आदेश दिया। दुकानदारों को अपने आसपास सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए गए।

मंडलायुक्त ने सुरक्षा, बैरिकेडिंग, घाटों की साफ-सफाई, रोशनी और महिलाओं के वस्त्र परिवर्तन की विशेष व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निगम को घाटों और गलियों की निरंतर सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
माघ पूर्णिमा पर भारी भीड़, अवैध वसूली पर की कार्रवाई
माघ पूर्णिमा के अवसर पर शहर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियां पूरी मुस्तैदी से निभाने के निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के दौरान यह भी पता चला कि कुछ लोग गंगा आरती के नाम पर श्रद्धालुओं से अवैध वसूली कर रहे थे। मंडलायुक्त के निर्देश पर लगभग एक दर्जन अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया। निरीक्षण के दौरान एडिशनल पुलिस कमिश्रनर एस. चिनप्पा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

