Dev Deepawali 2024: काशी में देव दीपावली की भव्य तैयारी, 15 नवंबर को जलेंगे लाखों दीपक, दिखेगा काशी का खास सांस्कृतिक रंग
वाराणसी। काशी में इस बार देव दीपावली का पर्व 15 नवंबर को अत्यंत भव्यता के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर घाटों को 17 लाख दीपकों की रोशनी से जगमगाने की योजना है। वाराणसी पर्यटन विभाग के अधिकारी आर.के. रावत ने मीडिया को बताया कि इस साल देव दीपावली को विशेष और यादगार बनाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

घाटों पर 12 लाख दीपक जलाए जाएंगे, जिनमें से 3 लाख दिए गाय के गोबर से बने होंगे। इसके अलावा, विभिन्न समितियों द्वारा 5 लाख दीपक भी प्रज्वलित किए जाएंगे, जिससे कुल 17 लाख दीपों की रोशनी में घाट रौशन होंगे। काशी का यह ऐतिहासिक आयोजन पर्यटन विभाग के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए भी एक खास अवसर रहेगा, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

इस बार देव दीपावली का विशेष थीम "एक दिया काशी के नाम" रखा गया है। हर पर्यटक, श्रद्धालु और टूरिस्ट एक दीप जलाकर काशी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करेंगे। इसके अलावा, घाटों के उस पार रेती पर भी दीप जलाए जाएंगे, और सभी नियंत्रण कक्षों तक दीप जलाने के लिए दिया, बाती और तेल की आपूर्ति पूरी हो चुकी है।

पर्यटन अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष अन्य राज्यों से भी कई लोगों ने घाटों के लिए दीप दान किए हैं, जिन्हें खासतौर पर घाटों पर प्रज्वलित किया जाएगा। इसके अलावा, चेतसिंह घाट और नमो घाट पर लेजर शो का आयोजन भी आकर्षण का केंद्र होगा। बाबा विश्वनाथ गेट पर होने वाला लेजर शो काशी की प्राचीन संस्कृति और भगवान भोलेनाथ की महिमा को दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेगा।

इस आयोजन के तहत एक स्टोरीलाइन के माध्यम से काशी की संस्कृति, परंपरा और धार्मिकता को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे पर्यटक देव दीपावली के साथ काशी की ऐतिहासिक महत्ता को भी जान सकेंगे।

पर्यटन विभाग ने अधिक से अधिक पर्यटकों को देव दीपावली के अवसर पर वाराणसी आने की अपील की है, ताकि इस अद्भुत महोत्सव का सभी लोग आनंद ले सकें और काशी की इस अलौकिक रोशनी को महसूस कर सकें। देव दीपावली का यह पर्व काशीवासियों और आने वाले पर्यटकों के लिए यादगार बनने वाला है।

