देव दीपावली : घाटों पर सजने लगे दीये, अलौकिक आभा से दमकेगी विश्वनाथ नगरी, भोलेनाथ और वर्ल्ड कप थीम रंगोली आकर्षण का केंद्र
वाराणसी। गंगा घाट दीपों की लाखों ज्योतियों से आलोकित होने को तैयार हैं। घाटों पर सज रही दीयों की कतारें, रंग-बिरंगी रंगोलियां और श्रद्धालुओं का उत्साह मिलकर अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रहे हैं। शाम 5:30 बजे दीप प्रज्वलन के साथ ही काशी विश्वनाथ की नगरी रोशनी और आस्था के सागर में डूब जाएगी।

देव दीपावली के लिए घाटों पर तैयारी सुबह से ही जोरों पर रही। नगर निगम, जिला प्रशासन, सामाजिक संस्थाओं और स्वयंसेवी संगठनों ने मिलकर दीप सजाने का कार्य आरंभ कर दिया है। घाटों पर दीपों में तेल और बाती डालने का कार्य निरंतर जारी है ताकि सूर्यास्त के साथ ही पूरा गंगा तट दीपों की सुनहरी रोशनी से जगमगा उठे।

इस वर्ष की देव दीपावली का आयोजन विशेष रूप से भारतीय महिला क्रिकेट टीम की हालिया विश्व कप विजय को समर्पित किया गया है। इस थीम को ध्यान में रखते हुए घाटों पर क्रिकेट, तिरंगा, ओम, स्वस्तिक और वर्ल्ड कप ट्रॉफी की रंगोलियां बनाई गई हैं। साथ ही भगवान भोलेनाथ की विशाल एवं आकर्षक रंगोली भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

गंगा आरती स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। भक्तजन दीपदान, आरती दर्शन और गंगा स्नान के लिए घाटों की ओर बढ़ रहे हैं। स्वयंसेवक और प्रशासनिक टीमें भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैदी से जुटी हैं, ताकि सभी भक्तजन इस अद्भुत आयोजन का आनंद शांति और श्रद्धा के साथ ले सकें।

जैसे-जैसे शाम ढल रही है, गंगा तट का हर घाट एक नई रोशनी में निखर रहा है। जल में दीपों की परछाइयाँ, आकाश में झिलमिलाते तारे और वातावरण में गूंजते मंत्रों से काशी की आत्मा जैसे जीवंत हो उठी है। देव दीपावली पर यह आस्था, प्रकाश और उत्सव का संगम काशी को एक बार फिर दिव्यता और संस्कृति की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित कर रहा है।


