वाराणसी। काशी इस बार देव दीपावली पर एक बार फिर दिव्यता और आस्था की अनूठी मिसाल पेश करने जा रही है। अस्सी घाट पर गंगा सेवा समिति द्वारा आयोजित महाआरती आईसीसी वर्ल्ड कप जीतने वाली महिला क्रिकेटरों को समर्पित होगी। एक लाख दीपों से गंगा तट जगमग होगा। स्कूली बच्चे आकर्षक रंगोली बनाएंगे। समिति की ओर से देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
गंगा सेवा समिति के तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्र ने बताया कि इस वर्ष की महाआरती पहले से कहीं अधिक भव्य, आध्यात्मिक और भावनात्मक होगी। गंगा मैया की आराधना के लिए सात अर्चक (मुख्य पुजारी) सामूहिक रूप से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आरती संपन्न करेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर की जाएगी, जिससे समारोह में देशभक्ति और अध्यात्म का अद्भुत समन्वय झलकेगा।
अस्सी घाट को सजाने की तैयारियां चरम पर हैं। इस बार आरती स्थल पर 5 हजार गोबर के दीपों से सजावट की जाएगी, जो पर्यावरण संरक्षण और परंपरा का प्रतीक होगा। वहीं, पूरा घाट लगभग 1 लाख दीपों से आलोकित होगा। जब सभी दीप एक साथ जलेंगे, तो गंगा की लहरों पर झिलमिलाती रोशनी का दृश्य दर्शकों के लिए अविस्मरणीय होगा।
इसके साथ ही स्कूली बच्चों द्वारा 21 प्रकार की आकर्षक रंगोलियां बनाई जाएंगी, जिनमें गंगा की पवित्रता, स्वच्छता, धर्म और राष्ट्रीय एकता के संदेश उकेरे जाएंगे। एक रंगोली आईसीसी वर्ल्ड कप जीतने वाली महिला क्रिकेटरों को समर्पित होगी। उसमें महिला खिलाड़ी वर्ल्ड कप ट्रॉफी के साथ चीयर करती दिखेंगी। ये रंगोलियां घाट के विभिन्न हिस्सों में सजाई जाएंगी, जिससे पूरा परिसर रंगों और रोशनी से नहाएगा।
कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं पर लगभग 5 क्विंटल पुष्पों की वर्षा की जाएगी, जो आरती के मध्य चरण में होगी। इस दौरान आरती के स्वर, घंटियों की ध्वनि और वैदिक मंत्रोच्चार वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक इंतज़ाम किए गए हैं। घाट पर बैरिकेडिंग, स्वच्छता दल और आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। बलराम मिश्र ने कहा कि गंगा हमारी आस्था की प्रतीक हैं। देव दीपावली की यह महाआरती न केवल गंगा आराधना का पर्व है, बल्कि यह देशभक्ति, श्रद्धा और संस्कारों का भी उत्सव है।”

