पीएम के संसदीय कार्यालय जा रहे कांग्रेस-सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, धक्कामुक्की, जमकर की नारेबाजी
वाराणसी। शहर में तेजी से बढ़ते हुक्का बार, स्पा सेंटर और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर रोक लगाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय जा रहे कांग्रेस और सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गुरुधाम चौराहे पर ही रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ धक्कामुक्की हुई। वहीं जमकर नारेबाजी की। विपक्षी दलों ने नेताओं ने शासन-प्रशासन और सरकार पर भड़ास निकाली।

कांग्रेस और सपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय ज्ञापन सौंपने के लिए रविंद्रपुरी पहुंचे थे। यह क्षेत्र भेलूपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। हालांकि, पुलिस ने उन्हें कार्यालय तक पहुंचने से पहले ही गुरुधाम चौराहे पर रोक दिया, जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता राघवेंद्र चौबे ने कहा कि उनका उद्देश्य प्रधानमंत्री कार्यालय को ज्ञापन सौंपकर काशी में बढ़ रहे हुक्का बार, रेप की घटनाएं और स्पा सेंटरों की आड़ में चल रहे अवैध गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाना था। उन्होंने कहा, "हम लोग शांति से अपनी बात रखने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें जबरन रोक दिया।"

वहीं, समाजवादी पार्टी की नेता रिबू श्रीवास्तव भी प्रदर्शन में शामिल रहीं। उन्होंने कहा, "हम कांग्रेस और सपा के कार्यकर्ता मिलकर प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय तक ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें गुरु धाम चौराहे पर ही रोक दिया। यह लोकतंत्र का हनन है।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि यदि उन्हें ज्ञापन सौंपने से रोका गया तो वे वापस जाकर जल्द ही और बड़े आंदोलन की रणनीति बनाएंगे। रिबू श्रीवास्तव ने कहा, "अगर हमें आज ज्ञापन नहीं देने दिया गया तो हम लोग जल्द ही इससे बड़ा आंदोलन करेंगे। यह काशी की बेटियों की सुरक्षा का सवाल है।


