अगस्त तक पूरा करें परियोजनाओं का काम, सीएम योगी ने अफसरों को दिए निर्देश
निर्माण कार्य की गुणवत्ता देखी, प्रगति का लिया जायजा
बाबा विश्वनाथ का लिया आशीर्वाद, ऑडियो गाइड सुविधा का किया शुभारंभ
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान विकास परियोजनाओं का जायजा लेने और धार्मिक स्थलों पर दर्शन-पूजन करने पहुंचे। उन्होंने मोहनसराय-कैंट मार्ग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य तथा वाराणसी-प्रयागराज रेल खंड पर मोहनसराय-अदलपुरा मार्ग पर निर्माणाधीन रेल उपरिगामी सेतु का स्थलीय निरीक्षण किया। दोनों परियोजनाओं को अगस्त 2025 तक पूर्ण करने के लिए अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया।

मोहनसराय-कैंट मार्ग चौड़ीकरण
मुख्यमंत्री ने 41,253.32 लाख रुपये की लागत से चल रहे 11.80 किमी लंबे मोहनसराय-कैंट मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण कार्य का निरीक्षण किया। इस परियोजना में मोहनसराय-दीनदयाल उपाध्याय नगर चकिया मार्ग के मध्य सर्विस लेन के साथ 6-लेन और मोहनसराय से कैंट तक 4-लेन का निर्माण शामिल है। 89% कार्य पूर्ण हो चुका है। सीएम ने पीडब्ल्यूडी अभियंताओं को अगस्त 2025 तक शेष कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।

यह मार्ग यातायात घनत्व के कारण अक्सर जाम का शिकार होता है, खासकर रात में भारी वाहनों के आवागमन से। इससे बीएचयू अस्पताल, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जाने वाले यात्रियों को परेशानी होती है। श्रावण मास में मार्ग बंद होने से यातायात डायवर्जन के कारण शहर में और असुविधा होती है। सर्विस लेन के निर्माण से मुख्य मार्ग बंद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे यातायात सुगम होगा। यूटिलिटी डक्ट, चौराहों का विस्तारीकरण, जंक्शन सुधार, स्ट्रीट लाइट, फुटपाथ, और रोड सेफ्टी कार्य भी इस परियोजना का हिस्सा हैं। बारिश में जलजमाव और सड़क कटिंग की समस्या को भी यह परियोजना हल करेगी। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सारनाथ के निकट होने से यह मार्ग पर्यटकों और अति विशिष्ट व्यक्तियों के आवागमन के लिए भी महत्वपूर्ण है।

मोहनसराय-अदलपुरा रेल उपरिगामी सेतु
सीएम ने वाराणसी-प्रयागराज रेल खंड पर हरदत्तपुर-राजातालाब के मध्य मोहनसराय-अदलपुरा मार्ग पर 4,222.20 लाख रुपये की लागत से बन रहे 649.44 मीटर लंबे और 7.50 मीटर चौड़े 2-लेन रेल उपरिगामी सेतु का भी निरीक्षण किया। यह सेतु 100% पूर्ण हो चुका है, और शेष कार्य अगस्त 2025 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया।

यह रेल समपार अक्सर बंद रहता है, जिससे मोहनसराय से अदलपुरा मार्ग पर आवागमन में कठिनाई और समय की बर्बादी होती है। सेतु के बनने से डाला, चोपन और सुक्रुत क्वैरी से गिट्टी और बालू ले जाने वाले ट्रकों को कम दूरी तय करनी पड़ेगी। यह सेतु वाराणसी, भदोही, बाबतपुर, राजातालाब उप निबंधक कार्यालय, और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंचने में समय और धन की बचत करेगा। प्रतिदिन 5-6 हजार वाहन इस मार्ग से गुजरेंगे, और 26 ग्रामों की लगभग 1.50 लाख आबादी लाभान्वित होगी।


