काशी में सीएम योगी का जनता दर्शन, पहुंचे फरियादी, मुख्यमंत्री से सीधे रूबरू होकर बताई समस्या
वाराणसी। दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को सर्किट हाउस में जनता दर्शन में लोगों से रूबरू हुए। जनता दर्शन में 100 से अधिक फरियादी उमड़े। पहले ही कुर्सियां फुल हो गईं। ऐसे में विलंब से पहुंचे कई फरियादियों को रोक दिया गया। इससे उन्हें मायूसी हाथ लगी। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने अंदर न पहुंच पाने वाले कई फरियादियों की समस्याएं सुनीं और निस्तारण का भरोसा दिलाया। सीएम से मिलकर फरियादी संतुष्ट नजर आए।

सीएम योगी का सर्किट हाउस में सुबह 8 बजे से जनता दर्शन लगा। इसकी सूचना मिलते ही फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी। समय से पहले ही लोग अपनी समस्या लेकर पहुंच गए। 100 से अधिक फरियादियों को अंदर भेजा गया। सीएम योगी ने आला अधिकारियों के साथ एक-एक कर लोगों की समस्याएं सुनीं। फरियादियों ने जमीन विवाद, कब्जा, रास्ता अवरुद्ध होने और प्रशासनिक लापरवाही जैसी समस्याएं रखीं। मुख्यमंत्री ने सभी की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं फरियादियों को समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिलाया। सीएम से मिलकर जनता संतुष्ट नजर आई।

सीएम योगी दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार की शाम वाराणसी पहुंचे। उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के वाराणसी आगमन की तैयारियों की समीक्षा की। वहीं रोपवे परियोजना, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालयों में पांडुलिपियों के संरक्षण व्यवस्था का अवलोकन किया। सीएम ने बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचकर व्यवस्था देखी। बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया। साथ ही शिविरों में शरण लिए परिवारों से बातकर उनका कुशलक्षेम जाना।

विलंब से पहुंचे फरियादियों को हुई मायूसी
रामनगर से आईं शशिप्रभा अग्रवाल ने बताया कि उनके भतीजे ने जमीन पर कब्जा कर लिया है, रास्ता बंद कर दिया और मंदिर तोड़कर दुकान बनवा ली। वे सीएम से मिलने आई थीं, लेकिन अंदर प्रवेश नहीं मिला। ऐसे में विधायक से अपनी समस्याएं बताईं। इसी तरह धौरहरा गांव निवासी और भारतीय नौसेना के पूर्व सैनिक दीनदयाल मिश्रा भी सीएम से मिलने पहुंचे, लेकिन विलंब होने के चलते उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। इससे मायूस दिखे। उन्होंने बताया कि गांव में 302 मीटर सार्वजनिक खड़ंजे में से 15 मीटर हिस्सा विपक्षियों ने उखाड़ दिया। इस बाबत उन्होंने बनारस के सभी अधिकारियों को आवेदन दिया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना रहा कि वे इस समस्या को लेकर चार बार गोरखपुर जनता दरबार भी गए, जहां दो बार मुख्यमंत्री से सीधी मुलाकात हुई। तब सीएम योगी ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे, लेकिन स्थानीय स्तर पर आज तक कोई कदम नहीं उठाया गया। वाराणसी में जनसुनवाई की खबर सुनकर वे भी पहुंचे, मगर अंदर नहीं जाने दिया गया।
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