सरकारी अनदेखी से नाराज़ नागरिक : चंदा जुटाकर खुद सड़क बना रहे दलित बस्ती के लोग, वाराणसी के फुलवरिया इलाके की तस्वीर
वाराणसी। कैंट थाना अंतर्गत फुलवरिया इलाके के पहलू का पूरा क्षेत्र में वार्ड नंबर 3 के स्थानीय नागरिकों ने अनोखी पहल करते हुए गली की सड़क खुद बनानी शुरू कर दी है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो मजबूरी में उन्होंने आपस में चंदा इकट्ठा कर सड़क निर्माण का काम शुरू किया।

बाढ़ में ध्वस्त हुआ था मुख्य मार्ग
स्थानीय लोगों के अनुसार, फुलवरिया नगर निगम वार्ड 3 की दलित बस्ती का यह मार्ग मुख्य रास्ता है। सितंबर माह में आई बाढ़ के दौरान यह सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो गई थी, जिससे लोगों का आवागमन बेहद कठिन हो गया। बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से लगाई गुहार
बस्ती के लोगों ने बताया कि सड़क की मरम्मत के लिए उन्होंने अपने पार्षद से लेकर मंत्री, विधायक, सांसद, भाजपा नेताओं और नगर निगम के अधिकारियों तक कई बार गुहार लगाई। नगर निगम कार्यालय के चक्कर भी लगाए गए, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण या मरम्मत का कोई काम शुरू नहीं हुआ।

मजबूरी में लोगों ने उठाया कदम
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि शायद यह इलाका दलित बस्ती होने के कारण उपेक्षा का शिकार हुआ। अंततः बस्ती के लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर पहले पुलिया बनवाई और अब अपने बस्ती के मार्ग को भी खुद ही बनाने का काम कर रहे हैं, ताकि रोजमर्रा की परेशानियों से निजात मिल सके।

प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय स्तर पर नागरिकों की इस पहल ने नगर निगम और जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते सड़क की मरम्मत कर दी जाती, तो उन्हें अपने सीमित संसाधनों से यह काम नहीं करना पड़ता। फिलहाल, क्षेत्रीय नागरिक अपने श्रम और सहयोग से सड़क निर्माण में जुटे हुए हैं, लेकिन वे अब भी प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।


