मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान: मंडलीय कार्यशाला में युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित करने का प्रयास, 800 प्रतिभागियों ने लिया भाग
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल और संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश कुमार सिंह भी इस कार्यशाला में शामिल हुए। इनके अतिरिक्त, उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग केंद्रों के अधिकारी और कर्मचारी, एनआरएलएम और एनयूएलएम के प्रतिनिधि, बैंक अधिकारियों और संभावित लाभार्थियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

कार्यशाला का उद्देश्य और प्रमुख पहलू
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत उपलब्ध वित्तीय सहायता और अन्य लाभों के बारे में युवाओं को जानकारी प्रदान करना था। इसमें आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, उद्यम स्थापित करने की चुनौतियां और उनके समाधान जैसे विषयों पर चर्चा की गई। इसके अलावा, योजना के तहत सफल उद्यमियों की कहानियों को साझा किया गया, ताकि अन्य युवा प्रेरित हो सकें।
तकनीकी सहयोग के लिए समाधान समिति के विशेषज्ञों ने भाग लिया और योजना के अंतर्गत आवश्यक दस्तावेजीकरण, बैंक ऋण के लिए परियोजना रिपोर्ट तैयार करने और एक वर्ष तक तकनीकी सहायता प्रदान करने के बारे में जानकारी दी।

जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उद्यमिता के क्षेत्र में उन्हें आगे बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन पहल है। उन्होंने कहा, "यह योजना युवाओं को उनके सपनों को साकार करने का अवसर प्रदान करती है और देश के आर्थिक विकास में उनके योगदान को बढ़ावा देती है।"
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने युवाओं से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा, "हम युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह कार्यशाला उन्हें योजना की बारीकियों को समझने और अपने उद्यम स्थापित करने में मदद करेगी।"

संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश कुमार सिंह ने कहा, "सरकार युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह योजना उनके उद्यम स्थापित करने और उन्हें सफल बनाने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।"
क्या है पात्रता?
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत 21 से 40 वर्ष की आयु के न्यूनतम 8वीं उत्तीर्ण और मान्यता प्राप्त कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवा आवेदन कर सकते हैं। योजना के तहत उन्हें वित्तीय सहायता, तकनीकी मार्गदर्शन, और उद्यमिता से संबंधित हर जरूरी सहायता दी जाएगी।

क्या बोले प्रतिभागी?
कार्यशाला में भाग लेने वाले हितधारकों ने इसे अत्यंत उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया। उन्होंने योजना से संबंधित अपने सवालों का समाधान पाया और उद्यमिता के नए अवसरों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इस कार्यशाला का संयोजन जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना को बढ़ावा देने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

