17 जुलाई से शुरू होगा चातुर्मास, मांगलिक कार्यों पर चार माह के लिए लग जाएगा विराम
- जुलाई माह में शादी के लिए मात्र चार मुहुर्त, नौ, 10, 11 और 12 जुलाई को लग्न
- तमाम दोष लगने की वजह से माह के शेष दिनों में नहीं बन रहे शुभ मुहूर्त
- गुरु व शुक्र ग्रह के अस्त होने से मई और जून माह में नहीं हुई शादियां
वाराणसी। इस बार 17 जुलाई से चातुर्मास की शुरूआत हो रही है। इसके साथ ही चार माह के लिए मांगलिक कार्यक्रमों पर विराम लग जाएगा। जुलाई में शादी के लिए नौ, 10, 11 और 12 जुलाई को ही शादियों के लिए मुहूर्त मिले। इसके अलावा शेष दिनों में कोई न कोई दोष होने की वजह से विवाह के लिए लग्न और मुहूर्त नहीं मिल पा रहे हैं।
गुरु और शुक्र ग्रह के अस्त होने की वजह से मई और जून में शादियों के लिए मुहूर्त नहीं मिले। शुक्र के उदय होने के बाद जुलाई माह में शादी के लिए चार शुभ मुहूर्त मिले। इस दौरान खूब शादियां भी हुईं। 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी के दिन नारायण (भगवान विष्षु) शयन पर चले जाएंगे। इसके साथ ही चातुर्मास की शुरूआत हो जाएगी और मांगलिक कार्यक्रमों पर विराम लग जाएगा।
ज्योतिषविदों के अनुसार 13,14 और 15 जुलाई को भी विवाह नक्षत्र हैं, लेकिन भद्रा के अलावा राहु, मृत्यु वाण और लग्न दोष होने के कारण शादी के लिए उत्तम नहीं हैं। दरअसल, चातुर्मास में विवाह करने पर देवाताओं का आशीर्वाद नहीं मिल पाता है। शादी के लिए शुभ लग्न और मुहूर्त होना बहुत जरूरी है।
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