Chaitra Navratri: शिव की नगरी में कल से पूजी जाएंगी शक्ति स्वरूपा, दुर्गा मंदिरों में उमड़ेगी भक्तों की भीड़, अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद मांगेंगी व्रती महिलाएं
नवरात्रि के पहले दिन व्रती और आम भक्तगणों मां दुर्गा के प्रथम स्वरुप हिमालय पुत्री शैलपुत्री व मां मुख निर्मालिका गौरी का दर्शन पूजन करेंगे। मां शैलपुत्री का मंदिर वाराणसी में वरुणा नदी के किनारे अलईपुरा क्षेत्र में स्थित है, वहीँ मुख निर्मालिका गौरी का मंदिर गायघाट क्षेत्र में स्थित है।
चैत्र नवरात्री को लेकर महिलाओं ने भी अपनी पूरी तैयारी पूरी कर ली है। मंगलवार को घरों में भी घट स्थापना कर मां दुर्गा नौ दिनों तक पूजी जाएंगी। इस दौरान महिलाएं मां को लाल चुनरी, नारियल और सिन्दूर चढ़ाकर अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद मांगेंगी। साथ ही परिवार की रक्षा, सुख-शांति और समृद्धि की भी कामना करेंगी। 9 दिवसीय पर्व को लेकर कुछ लोग नौ दिनों तक व्रत रहकर मां की आराधना करेंगे। वहीं कुछ भक्त चढ़ती-उतरती ही व्रत का पालन करेंगे।
शैलपुत्री मंदिर की मान्यता है कि मां भयनाशक हैं। भक्तों में दर्शन मात्र से ही ऊर्जा का संचार हो जाता है। उनकी आराधना से धन, वैभव, कीर्ति, यश सबकुछ मिल जाता है। माता शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय के घर जन्मी थीं। उनका विवाह देवाधिदेव महादेव के साथ हुआ था।
दर्शनार्थियों के मंदिर में दर्शन के दौरान प्रशासन के ओर से सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम किये गये हैं। मंदिरों के बहार बरिकेडिंग की गई हा। वहीँ, त्योहार को लेकर कमिश्नरेट पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। पुलिस हर संदिग्ध पर नजर रख रही है। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस गश्त कर स्थिति का जायजा ले रही है।
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