सीबीआई ने वाराणसी में पूर्वोत्तर रेलवे के कार्यालय पर की छापेमारी, इंजीनियरिंग अधिकारी हिरासत में
सीबीआई की टीम ने पहले कार्यालय के गेट पर मौजूद RPF गार्ड से उस अधिकारी का नाम और कमरे का नंबर पूछा, जिसके खिलाफ शिकायत थी। इसके बाद, टीम सीधे द्वितीय तल पर गई और अधिकारी के कार्यालय में प्रवेश करते ही गेट बंद कर दिया।
इस छापेमारी का केंद्र पिछले साल पूरे हुए रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण और री-मॉडलिंग प्रोजेक्ट से संबंधित रिपोर्ट रही है। आरोप है कि इन परियोजनाओं के बिल पास करने के बदले अधिकारी द्वारा कमीशन की मांग की जा रही थी। सीबीआई ने अधिकारी के कार्यालय से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप, रजिस्टर और मोबाइल अपने कब्जे में लिए हैं और परियोजनाओं से जुड़ी कई फाइलों की जांच की है।
जैसे ही छापेमारी की खबर फैली, इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े अधिकारियों और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया। कई लोगों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए, और कुछ अधिकारी तथा ठेकेदार दोपहर बाद कार्यालय से गायब हो गए। हालांकि, सीबीआई ने अभी तक किसी अधिकारी की औपचारिक गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है और मामले में कोई भी अधिकारी मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से बच रहा है।
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