मांगों को लेकर अनशन पर बैठे BHU अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट, कहा – तीन साल में ...

BHU Cardiology department
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- कहा -  कार्डियोलॉजी में तीन साल में 34 हजार मरीज बिना ईलाज के वापस लौटे

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो० ओमशंकर ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। अनशन शुरू होने से पहले आईएमएस निदेशक प्रो० एसएन शंखवार और चीफ प्रॉक्टर उनके घर मनाने गए, लेकिन वह नहीं माने। दोनों लोग वापस लौट आए। इसके बाद उन्होंने आमरण अनशन शुरू दिया। 

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प्रो० ओमशंकर ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी, तब तक अनशन जारी रहेगा। प्रो० के अनुसार, कार्डियोलॉजी विभाग में 90 बेड होना चाहिए। उनका आरोप है कि उन्हें 47 बेड दिया गया है। एमएस ने 41 बेड को डिजिटल लॉक कर दिया है। इसी को लेकर वह आमरण अनशन कर रहे हैं। सुबह दस बजे आईएमएस निदेशक और चीफ प्रॉक्टर उनके घर गए। करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई लेकिन सहमति नहीं बन पाई। इसके बाद निदेशक लौट गए। 

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प्रो० ओमशंकर सुबह वीसी आवास भी पहुंचे। इस दौरान करीब 50 मीटर पहले ही सुरक्षकरियों ने उन्हें रोक लिया। इस पर उन्होंने वहीं आमरण अनशन शुरू कर दिया। दोपहर में चीफ प्रॉक्टर और लंका एसओ उन्हें मनाने पहुंचे। करीब पांच मिनट की बातचीत के बाद प्रो० ओमशंकर ने अपने चैंबर में धरना का ऐलान किया। वह अपने चैंबर में जमीन पर बैठ गए हैं। वहीं मरीजों को परामर्श दे रहे हैं। 

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प्रो० ओमशंकर ने बेड पर लगे डिजिटल लॉक न खोले जाने के लिए एमएस को जिम्मेदार ठहराया है और कुलपति से एमएस को हटाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि अनशन की जानकारी कुलपति, आईएमएस निदेशक, जिलाधिकारी और रजिस्ट्रार को भी दी है। सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में हृदय रोग विभाग को मिले 41 बेड पर डिजिटल लॉक होने की वजह से मरीजों की भर्ती नहीं हो पा रही है। तीन साल में 34 हजार मरीज बेड न मिलने की वजह से बिना इलाज के लौट गए।
 

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