वाराणसी नाइट मार्केट पर बुलडोजर कार्रवाई से आक्रोश, व्यापारी बोले, गरीब परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट

वाराणसी। नगर निगम प्रशासन की ओर से शुक्रवार की रात कैंट रेलवे स्टेशन के सामने नाइट मार्केट में कार्रवाई की गई। जेसीबी से दुकानों को हटा दिया गया। प्रशासन की कार्रवाई का व्यापारियों ने विरोध किया है। कैंट होटल एसोसिएशन व्यापार मंडल अध्यक्ष नेत्रा जायसवाल ने नगर निगम प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि निगम की कार्रवाई से डेढ़ लाख परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
नेत्रा जायसवाल ने कहा कि गरीबों के साथ बड़ा अन्याय हुआ है। बिना सूचना दिए हमारी दुकानें तोड़ दी गईं। ढाई सौ दुकानें उजाड़ दी गईं और डेढ़ लाख लोगों के पेट पर लात मारी गई है।" उन्होंने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त और महापौर से बार-बार विनती की गई कि विकास कार्य किए जाएं, लेकिन दुकानों को न तोड़ा जाए। दुकानदार साफ-सफाई और नियमों के पालन के लिए तैयार थे, फिर भी उनकी कोई बात नहीं सुनी गई। "हमने नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, विधायक सौरभ श्रीवास्तव और पूर्व राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल से भी मदद की गुहार लगाई।
उनका कहना है कि नगर आयुक्त ने ईगो में आकर यह कार्रवाई की और कहा कि "जो करना है कर लो, दुकानें टूटेंगी ही।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर बाजार में गंदगी है, तो वह नगर निगम की जिम्मेदारी है, दुकानदारों की नहीं। दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें कहीं और पुनः बसाया जाए, ताकि उनके परिवारों की रोजी-रोटी चल सके। वहीं, इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक हलकों में भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।