निषादराज जयंती पर गंगा में नहीं चलेंगी नावें, नाविक समाज की बैठक में लिया गया निर्णय
वाराणसी। काशी का नाविक समाज और माझी समाज निषाद राज जयंती बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं। निषाद घाट पर बने भगवान निषाद राज के मंदिर में तैयारियां युद्ध स्तर पर प्रारंभ हो गई है।
निषाद राज जयंती को लेकर निषाद घाट पर शुक्रवार को प्रमोद माझी की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई। कार्यक्रम में लोगों के सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि इस बार निषाद राज जयंती काफी धूमधाम से मनाया जाएगा।
प्रमोद माझी ने कहा कि निषाद राज जयंती चैत्र शुक्ल पंचमी 13 अप्रैल 2024 को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य व दिव्या रूप से मनाया जाएगा। बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि निषाद राज जयंती के दिन नौका संचालन पूर्ण रूप से बंद रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि हम लोगों द्वारा प्रशासन को सूचना दे दिया गया है और प्रशासन का हम लोगों को भरपूर सहयोग भी मिलता है। इस बार भी हम लोग काफी धूमधाम के साथ भगवान निषाद राज जयंती पर शोभायात्रा निकलेंगे जिसमें ढोल, मजीरा, डमरु सहित अन्य वाद्य यंत्र भी शामिल रहेंगे। वहीं बैठक में काशी के लोगों तथा अन्य लोगों से यह भी अपील किया गया कि निषाद राज जयंती पर भारी से भारी संख्या में लोग पहुंचे और प्रसाद ग्रहण करें।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विक्रमादित्य निषाद, सुभाष चंद्र, राकेश साहनी, तन्ना निषाद, शंभू निषाद, सरजू चौधरी, रामबाबू साहनी, संजय साहनी, सीताराम निषाद, धीरज साहनी, गौरी शंकर, शुभम साहनी, अनुराग साहनी, श्याम चंद्र, राहुल साहनी, दीपू साहनी, सतीश कुमार साहनी सहित सैकड़ो की संख्या में लोग शामिल रहे।
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