वाराणसी में गंगा में नौका संचालन बंद, पर्यटकों में मायूसी, प्रशासन के खिलाफ लामबंद हुए नाविक

वाराणसी। सोमवार को नाविक समाज के सदस्यों ने गंगा में नावों का संचालन पूरी तरह बंद रखा। घाट किनारे सैकड़ों नावें कतार में लगी रहीं, लेकिन कोई भी नाव गंगा में नहीं चली। जेल में बंद नाविकों की रिहाई और पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ नाविक समाज ने यह निर्णय लिया है।
मां गंगा निषादराज सेवा न्यास के अध्यक्ष प्रमोद मांडी ने बताया कि नाविक समाज के 14 सदस्यों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। उनका आरोप है कि प्रशासन लगातार नाविकों का उत्पीड़न कर रहा है। जब तक गिरफ्तार किए गए नाविकों को रिहा नहीं किया जाता और पुलिस की कथित ज्यादती बंद नहीं होती, तब तक नाव संचालन बंद रहेगा।
गंगा घाटों पर नाव संचालन ठप होने से पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्सी से लेकर राजघाट तक रोजाना करीब साढ़े तीन हजार नावें चलती हैं, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है। पिछले सात वर्षों में नावों की संख्या दोगुनी हो गई है, लेकिन इनमें से आठ सौ से अधिक नावों के पंजीकरण का प्रस्ताव अभी भी लंबित है।
नाविकों का कहना है कि नगर निगम लाइसेंस जारी करने में देरी कर रहा है, जिससे उनके लिए काम करना मुश्किल होता जा रहा है। नौकायन बंद होने से गंगा किनारे आए पर्यटक बोटिंग न कर पाने से मायूस लौटे।