अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी वर्ष पर भाजपा आयोजित करेगी वृहद कार्यक्रम, महिला सशक्तिकरण से लेकर तीर्थ स्थलों पर आरती तक होंगे आयोजन

वाराणसी। रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती को स्मरणीय बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी 21 मई से 31 मई तक देशभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इसी क्रम में वाराणसी में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा जिला व महानगर प्रभारी एवं एमएलसी अरुण पाठक और भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने इस त्रिशताब्दी स्मृति अभियान की रूपरेखा साझा की।
नेताओं ने बताया कि रानी अहिल्याबाई होल्कर का सम्पूर्ण जीवन भारतीय प्राचीनता और आधुनिकता का अद्वितीय संगम है। वे केवल एक शक्तिशाली प्रशासिका ही नहीं थीं, बल्कि भारतीय सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना की अग्रदूत भी थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काशी विश्वनाथ धाम परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा इस योगदान की प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने स्वयं कहा था कि रानी अहिल्याबाई का कार्य “धर्मों रक्षति रक्षितः” के वैदिक सिद्धांत का मूर्त रूप है।
बताया गया कि रानी अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से भाजपा द्वारा स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में छात्राओं के बीच दौड़, भाषण, वाद-विवाद, निबंध, रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही, उनके जीवन दर्शन पर संगोष्ठियां होंगी और उनके द्वारा पुनर्निर्मित घाटों या मंदिरों पर विशेष आरती कार्यक्रम होंगे, जिनके पश्चात उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।
जिला कार्यालय पर रानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और उनके सांस्कृतिक योगदान पर आधारित विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसके अतिरिक्त पंचायत प्रतिनिधियों, नगर निकायों, ब्लॉक स्तरीय महिला सशक्तिकरण सम्मेलनों, एवं एनजीओ के माध्यम से शैक्षणिक संस्थानों में श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जाएगा।
नेताओं ने कहा कि जब भारत विदेशी आक्रांताओं से त्रस्त था और मंदिर विध्वंस हो रहे थे, तब रानी अहिल्याबाई ने निर्भीक होकर देश के कोने-कोने में सनातन धर्म के प्रतीकों का पुनर्निर्माण कराया। उन्होंने उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक सोमनाथ, रामेश्वरम्, काशी, केदारनाथ, हरिद्वार सहित अनेकों तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार कराया। उनके प्रयासों से न केवल मंदिरों का सौंदर्य बहाल हुआ बल्कि लाखों श्रद्धालुओं को सुविधा और प्रेरणा भी मिली।
नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन अवसर पर रानी अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को राष्ट्र की धरोहर बताया और उनके प्रयासों का विस्तार बताया। इस त्रिशताब्दी अवसर पर हम सबका कर्तव्य है कि उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर सनातन संस्कृति और राष्ट्र के गौरव की पुनर्स्थापना में जुट जाएं। पत्रकार वार्ता में क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, सह मीडिया प्रभारी संतोष सोलापुरकर और किशोर सेठ उपस्थित रहे।