बीएचयू : पत्रकारिता विभाग की हेड व महिला प्रोफेसर के खिलाफ छात्रों ने खोला मोर्चा

गालियां देने और तानाशाही रवैया अपनाने का लगाया आरोप
सड़क जाम कर किया धरना-प्रदर्शन, पोस्टर लगाए
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं संप्रेषण विभाग के छात्रों ने मगलवार को अपने अपने ही विभाग के एचओडी के खिलाफ मोर्चा खोला दिया। छात्र-छात्राओं ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। छात्रों का आरोप है कि विभागाध्यक्ष शोभना नर्लिकर गाली- गलौज करती हैं और एससी/एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देती हैं।
धरना- प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि शोभना नार्लिकर आए दिन मां-बहन की गालियां देती हैं। जब महिला प्रोफेसर का विरोध किया जाता है तो एससी/एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करा देने की धमकियां देने लगती हैं। जब हमलोग हेड के चेंबर में जाते हैं तो उनका व्यवहार अभद्र होता है। कपड़े फाड़ने का आरोप लगा दिया जाता है। बार-बार छात्रों का कॅरियर बर्बाद करने की धमकी देती हैं। परीक्षा में छात्रों के नंबर के साथ छेड़छाड़ करना, सारे प्रैक्टिकल पेपर का नियंत्रण अपने हाथ में लेकर नंबर को कम देना, परीक्षा के पहले पेपर बदल देना और दूसरा पेपर लेने के लिए बाध्य करना उनकी आदत में शुमार है। परीक्षा देने के बाद पेपर निरस्त कर देती हैं और सभी को अनुपस्थित दिखा दिया जाता है।
लिखित परीक्षा में 70 में सिर्फ सात नंबर दिया जाता है जो संभव नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विभागाध्यक्ष का व्यवहार तानाशाही वाला होता है। विभाग में संबंधित किसी भी पेपर पर साइन नहीं करती हैं। विरोध प्रदर्शन करनेवाले छात्र-छात्राओं ने शोभना नर्लिकर को बर्खास्त करने और उनकी काउंसिलिंग कराने की मांग की है। छात्रों ने कहाकि विभागाध्यक्ष के रहते उनका भविष्य सुरक्षित नही है। जबतक वह विभागाध्यक्ष रहेंगी शिक्षण कार्य संभव नहीं है।
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