बीपी मंडल जयंती पर बीएचयू में छात्रों की “मंडल रैली”, 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण की मांग तेज
वाराणसी। बीएचयू में रविवार को द्वितीय पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की जयंती पर सामाजिक न्याय पसंद छात्र संगठनों ने एकजुट होकर “मंडल रैली” निकाली। यह रैली बीएचयू विश्वनाथ मंदिर से शुरू होकर लंका गेट तक पहुंची और सिंह द्वार पर समापन हुआ। रैली का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय में छात्रावासों एवं अन्य इकाइयों में ओबीसी वर्ग के छात्रों को 27 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित कराने की पुरानी मांग को उठाया।

छात्र संगठनों का आरोप है कि बीएचयू प्रशासन संवैधानिक व्यवस्था के बावजूद लंबे समय से ओबीसी छात्रों की इस मांग को नजरअंदाज करता आ रहा है। उनका कहना है कि इससे विश्वविद्यालय में समान अवसर और सामाजिक न्याय की भावना प्रभावित हो रही है। रैली में शामिल विद्यार्थियों ने नारेबाजी करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही आरक्षण नीति को पूरी तरह लागू नहीं किया गया, तो आंदोलन को और व्यापक स्वरूप दिया जाएगा।

सिंह द्वार पर हुई सभा में छात्र नेताओं ने बीपी मंडल के योगदान को याद किया और कहा कि मंडल आयोग की अनुशंसाओं के बिना सामाजिक न्याय अधूरा है। उन्होंने साफ किया कि जब तक विश्वविद्यालय में छात्रावासों, विभागों और अन्य सभी इकाइयों में ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड को एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट शब्दों में लिखा गया कि यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो छात्र संगठन बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

रैली में समाजवादी छात्रसभा, एनएसयूआई और विभिन्न स्वतंत्र छात्र समूहों के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रमुख छात्र नेताओं में हिमांशु यादव (अध्यक्ष, समाजवादी छात्रसभा बीएचयू इकाई), सुमन आनंद (अध्यक्ष, एनएसयूआई बीएचयू इकाई), अभिषेक गोप, रितम सिंह, प्रतीक, अंकित समाजवादी, लोकेश, आयुष मौर्य, निर्भय यादव, अवधेश पटेल, अमन यादव, नितिन सोनकर, संदीप प्रजापति, अभिनन्दन कश्यप, सुधीर गुप्ता, सिम्मी, सौम्या और छेदीलाल निराला शामिल रहे।

