US में 5 महीने तक कैंसर पर शोध करेगी BHU की छात्रा, बारीकियों का लगाएंगी पता, ईलाज होगा और भी आसान
जानकारी के मुताबिक, वायोइनफार्मेटिक एक ऐसा विषय है, जिसमें जीव विज्ञान और कंप्यूटर विज्ञान की मदद से कैंसर के कारणों का पता लगाने में जीन, ड्रग डिजाइन, ड्रग डिस्कवरी आदि की सहायता से सही जानकारी मिल सकती है। इससे कैंसर रोगियों के ईलाज में आसानी होगी।
मोनिका अभी तक BHU के सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग के प्रो० मनोज पांडेय के निर्देशन में शोध कर रहीं थीं। अब वह जॉन्स होपकिन्स यूनिवर्सिटी यूएस में बायोलॉजी डिपार्टमेंट के शिक्षक प्रो० रू चिच स हुआंग के देखरेख में अध्ययन करने के लिए वहां पहुंच गई हैं।
प्रो। मनोज पांडेय ने बताया कि बीएचयू और जॉन्स यूनिवर्सिटी यूएस के बीच शैक्षणिक समझौते के तहत ही यह अवसर मिला है। अध्ययन से निकलने वाले डेटा के आधार पर जो परिणाम आएगा, उससे कैंसर के मरीजों के उपचार में सहायता मिलेगी। इसमें जांच के साथ ही इलाज की राह भी आसान होगी। मोनिका अगस्त महीने तक यूएसए में अध्ययन करेंगी।
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