BHU केमेस्ट्री डिपार्टमेंट में मना जनजातीय गौरव दिवस, बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र पर हुई चर्चा
वाराणसी। बीएचयू विज्ञान संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग स्थित एसएस जोशी हॉल में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया। इसमें बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने आजादी के आंदोलन में उनके योगदान के बारे में विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एमएमवी की प्राचार्य प्रो. रीता सिंह ने बिरसा मुंडा के जीवन और स्वतंत्रता संग्राम पर विचार रखे। उन्होंने अंग्रेजी सरकार के उत्पीड़न के खिलाफ मुंडा के रणनीतिक प्रतिरोध को रेखांकित किया। उन्हें एक करिश्माई नेता के रूप में चित्रित किया। उन्होंने आजादी की लड़ाई में जनजाति महिलाओं की ओर से निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया। कहा कि हमारी ताकत को बनाए रखने के लिए हमारी संस्कृति को संरक्षित करना सर्वोपरी है।
विशिष्ट अतिथि विधि संकाय के डॉ. राजू माझी ने बिरसा मुंडा के जीवन और संघर्षों पर गहन अंतर्दृष्टि साझा की। प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में बिरसा मुंडा के परोपकारी योगदान पर बहुत ही स्पष्टता से प्रकाश डाला। बिरसा मुंडा और महामना जी के बीच समानताएं बनाते हुए, उन्होंने राष्ट्र और समाज की सेवा में दोनों हस्तियों द्वारा प्रदर्शित गहन निस्वार्थता पर प्रकाश डाला। विज्ञान संकाय के डीन प्रो. केके सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति लोगों के अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरुआत आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर निर्मल होरो के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने जनजातीय दिवस समारोह के लिए नियोजित विविध कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम की मेजबानी डॉ. श्रुति हांसदा ने की। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ब्लॉब कोच ने किया।
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