बीएचयू व विद्यापीठ छात्रों ने भारत माता मंदिर पर किया विरोध प्रदर्शन, B.Ed की बाध्यता खत्म करने की मांग

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वाराणसी। बीएचयू और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP) के छात्रों ने भारत माता मंदिर पर विरोध प्रदर्शन किया। फाइन आर्ट्स के छात्रों ने केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और नवोदय विद्यालय संगठन (NVS) द्वारा कला अध्यापकों की नियुक्ति में B.Ed की अनिवार्यता लागू करने पर विरोध जताया। वहीं इसे खत्म करने की मांग की। 

बीएचयू छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. अरविंद शुक्ला ने कहा कि फाइन आर्ट्स एक पेशेवर डिग्री है, जिसमें पहले कभी B.Ed की अनिवार्यता नहीं थी। उन्होंने बताया कि सामान्य स्नातक (BA) में B.Ed की आवश्यकता समझ में आती है, लेकिन फाइन आर्ट्स और म्यूजिक जैसी प्रोफेशनल डिग्री के लिए यह अनिवार्यता अनुचित है।

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छात्रों का कहना है कि फाइन आर्ट्स के स्नातकों को पहले बिना B.Ed के कला अध्यापक की नौकरी मिलती थी, लेकिन अब इस बाध्यता के कारण हजारों छात्रों का भविष्य संकट में आ गया है। छात्रों ने आरोप लगाया कि यह निर्णय बिना गहराई से विचार किए लिया गया है और इसे जल्द से जल्द वापस लिया जाना चाहिए।

डॉ. शुक्ला ने कहा कि यदि इस मांग पर ध्यान नहीं दिया गया, तो छात्र इसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे। उन्होंने बताया कि BHU, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय और गोरखपुर विश्वविद्यालय सहित कई शिक्षण संस्थानों के छात्र इस आंदोलन से जुड़ेंगे।

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छात्रों ने शिक्षा मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने और फाइन आर्ट्स छात्रों के लिए B.Ed की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपना आंदोलन तेज करेंगे। देश भर में लगभग 50,000 फाइन आर्ट्स छात्र इस फैसले से प्रभावित हो सकते हैं, और वे सभी इसके खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएंगे।

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