मां कूष्मांडा के दरबार में सातवें दिन भंडारे का आयोजन, लाखों भक्त ग्रहण कर रहे प्रसाद, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भी मां दुर्गा के दरबार में लगाई हाजिरी
वाराणसी। दुर्गाकुंड स्थित श्री कूष्मांडा माता मंदिर में 7 दिवसीय भव्य वार्षिक संगीतमय श्रृंगार महोत्सव का आयोजन चल रहा हैं। मंदिर प्रांगण में 6 दिसंबर को विशाल भंडारे का आयोजन मंदिर प्रांगण में किया गया। मंदिर के महंत ने बताया कि वार्षिक महोत्सव के अंतर्गत मां दुर्गा को पृथक पृथक श्रृंगार से प्रत्येक दिन श्रृंगार आरती किया गया। इसके साथ ही पूरे मंदिर परिसर को विभिन्न प्रकार के फूलों पत्तियां आकर्षक विद्युत झालरों से सजाया गया हैं। जिसके लिए एक माह पहले से ही कारीगर लगाए गए थे।
पुरातन मंदिरों में से एक है माता का दरबार
भगवान शिव के त्रिशूल पर टिकी विश्व की तीन लोक से न्यारी काशी में मां आद्य शक्ति अदृश्य रूप में दुर्गाकुंड मंदिर में विराजमान हैं। माता का यह सिद्ध मंदिर प्राचीनतम मंदिरों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि यह मंदिर आदिकालीन है। दुर्गाकुंड मंदिर काशी के पुरातन मंदिरों मे से एक है। इस मंदिर का उल्लेख 'काशी खंड' में भी मिलता है।
प्रसिद्ध कलाकारों ने मां के दरबार में लगाई माता के दरबार में हाजिरी
मां का ऐसा दरबार है कि उनके दरबार में हर कोईहाजिरी लगाना चाहता है। यहां पर एक से बढ़कर एक कलाकारों ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई। मां के दरबार में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के साथ विदेश से भी कलाकार मां के दरबार में पहुंचे थे। हर दिन गर्भगृह के ठीक सामने कालाकारों द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी जा रही हैं। जिसमें नाम चिन कलाकार पंडित अजय प्रसन्ना, प्रोफेसर संगीता पंडित, विधि नगर, सोमा घोष, मनोज तिवारी, और आज भरत शर्मा व्यास अपनी प्रस्तुति देंगे इनके साथ ही अन्य कलाकारों ने मां दुर्गा के प्रांगण में अपनी प्रस्तुति दिया।
विशाल भंडारे का हुआ आयोजन
मां कूष्मांडा के दरबार में संगीतमय कार्यक्रम के अलावा नौ कन्याओं और भैरव बाबा का विधि विधान के साथ आज पूजन किया गया। इस दौरान कांग्रेस के अजय राय अपनी पत्नी और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे थे। पुणे कन्याओं का विधि विधान के साथ पूजन अर्चन कर उन्हें प्रसाद ग्रहण करवाया। इस दौरान मंदिर प्रांगण में जयकारा गुज रहा था। साथ ही साथ कन्याओं का पावर भी पकड़ा गया।
प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे लाखों लोग
विशाल भंडारा के दौरान बहुत ही दूर-दूर से लोग प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे। कन्या पूजन के बाद भक्तों में प्रसाद वितरण प्रारंभ किया गया। बारी-बारी से प्रसाद ग्रहण किया। पूरे मंदिर परिसर में लोग प्रसाद ग्रहण करने के लिए बैठे थे। पूरी हलवा सब्जी बूंदी वितरित किया गया। मंदिर के पुजारी लोगों ने बताया कि यह भंडारा दोपहर से प्रारंभ होकर देर रात तक चलेगा।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।