बरेका और लालागुड़ा शेड को मिला सर्वश्रेष्ठ लोको कैब डिजाइन का खिताब, बनाएंगे आधुनिक सुविधाओं से लैस इंजन, लगेगी कंवच प्रणाली 

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वाराणसी। बरेका में 23 और 24 मई को 42वीं एमएसजी (मेंटिनेंस सर्विस ग्रुप) बैठक और लोको कैब डिज़ाइन प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। रेलवे बोर्ड के निर्देशन में आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में विद्युत रेल इंजनों के रखरखाव, तकनीकी उन्नयन और लोको कैब की ड्राइवर फ्रेंडली डिज़ाइन पर चर्चा हुई। इस दौरान आयोजित प्रतियोगिता में बरेका और लालागुड़ा शेड को सर्वश्रेष्ठ लोको कैब डिजाइन का खिताब दिया गया। 

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कार्यक्रम के दूसरे दिन अपर सदस्य (कर्षण), रेलवे बोर्ड वीपी सिंह की अध्यक्षता में कीर्ति कक्ष, प्रशासन भवन में टेक्निकल सत्र-III का आयोजन हुआ। इस सत्र में देशभर के रेलवे अधिकारी शामिल हुए और लोकोमोटिव संचालन में आ रही तकनीकी चुनौतियों एवं उनके समाधान पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर बरेका के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने श्री सिंह को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।

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वीपी सिंह ने बताया कि ड्राइवरों की सुविधा के लिए नए लोको में A.C., युरिनल, आरामदायक सीटें, एलईडी हेडलाइट, इलेक्ट्रिक वाइपर जैसी आधुनिक सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। पुराने इंजनों में भी इन सुविधाओं को शीघ्र जोड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि दिसंबर 2025 तक 10,000 लोको में "कवच" सुरक्षा प्रणाली लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

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इस दौरान लोको कैब इंटीरियर डिज़ाइन प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ, जिसमें देशभर के ज़ोनल रेलवे और उत्पादन इकाइयों के 14 विद्युत लोकोमोटिव ने हिस्सा लिया। ड्राइवर कैब की डिज़ाइन, सुविधा और कार्यकुशलता के आधार पर इनका मूल्यांकन किया गया। प्रतियोगिता में उत्पादन इकाई श्रेणी में बरेका को प्रथम पुरस्कार मिला, जबकि क्षेत्रीय रेलवे श्रेणी में दक्षिण मध्य रेलवे के लालागुड़ा शेड को सर्वोच्च स्थान प्राप्त हुआ। कानपुर, अजनी और वाल्टेयर शेड को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार तथा डीडीयू, हुबली और वडोदरा शेड को संयुक्त तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

कार्यक्रम के अंतर्गत रेलवे बोर्ड द्वारा सेफ्टी क्विज और वेस्ट शेड प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें विजेताओं को श्री वी.पी. सिंह द्वारा ट्रॉफी और शील्ड से सम्मानित किया गया। एक विशेष प्रदर्शनी में लोको पायलटों के लिए किए जा रहे तकनीकी नवाचारों को भी प्रदर्शित किया गया। समापन सत्र में बरेका के मुख्य अभिकल्प इंजीनियर (ईएल) अनुराग गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड, आरडीएसओ, क्रिस, बीएलडब्ल्यू सहित देशभर के 17 ज़ोनल रेलवे और उत्पादन इकाइयों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। महाप्रबंधक ने बरेका टीम को प्रथम पुरस्कार के लिए बधाई दी।

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