लोहता में तहखाने में छिपाकर रखा गया था प्रतिबंधित प्लास्टिक, कालीन से ढंका गया था ट्रैप डोर, नगर निगम की छापेमारी में तीन टन प्लास्टिक बरामद
वाराणसी। नगर निगम प्रवर्तन दल ने लोहता स्थित एक आवासीय परिसर में छापेमारी की। वहां जमीन के नीचे तहखाने में छिपाकर रखा गया लगभग तीन टन (30 कुंतल) प्रतिबंधित प्लास्टिक बरामद किया गया। तहखाने में जाने के लिए ट्रैप डोर बनाया गया था। उसे कालीन से ढंक दिया गया था। बरामद प्लास्टिक को जब्त करने के साथ ही मकान मालिक पर 30 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया।
कर्नल संदीप शर्मा (से.नि.) के नेतृत्व में प्रवर्तन दल ने लोहता क्षेत्र की मायापुरी कॉलोनी स्थित एक आवासीय परिसर में छापा मारकर प्रतिबंधित प्लास्टिक का एक गुप्त गोदाम पकड़ा, जिसे एक रहस्यमयी तहखाने में छुपाकर रखा गया था। सूचना के अनुसार, घनश्याम डिस्पोजेबल सेंटर नामक प्रतिष्ठान द्वारा बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित और सिंगल यूज प्लास्टिक का अवैध भंडारण किया गया था। जब टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि आवास रूपी इस स्टोर का मुख्य द्वार अंदर से बंद है। लगातार दो घंटे तक बेल बजाने और आवाज लगाने के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। टीम ने इलाके की घेराबंदी कर रखी और अंततः मकान मालिक के आने पर गेट खोला गया।

शुरुआती तलाशी में टीम को कोई प्रतिबंधित सामग्री नहीं मिली। लेकिन कर्नल संदीप शर्मा की सतर्क निगाहें मास्टर बेडरूम में पलंग के नीचे बिछे कालीन पर ठिठक गईं। सवाल पूछे जाने पर स्पष्ट उत्तर न मिलने पर कालीन हटवाया गया। पलंग के नीचे छुपे दो रिंग्स के जरिए एक ट्रैप डोर मिला, जिसे खोलते ही एक तहखाने का रास्ता सामने आया। नीचे उतरते ही दल को भारी मात्रा में सिंगल यूज और प्रतिबंधित प्लास्टिक मिला, जिसका वजन लगभग 2 से 3 टन था।
इस पूरे अभियान को प्रवर्तन दल ने अत्यंत सावधानी और रणनीति के साथ अंजाम दिया। कर्नल संदीप शर्मा ने बताया कि इस तरह की छिपी हुई संरचनाएं उन्हें कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों की याद दिला गईं, जब मकानों के अंदर छुपे तहखानों से संदिग्ध सामग्री बरामद की जाती थी। प्लास्टिक जब्त करने के बाद पास के लोहता थाना पुलिस और मीडिया को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में अवैध सामग्री को सील किया गया और स्टोर मालिक से ₹30,000 का जुर्माना वसूला गया।

