प्रयागराज में महाकुंभ की तैयरियों को लेकर काशी में बैठक, हिंदू संगठनों ने बनाई रणनीति, बजरंग दल के 90 हजार कार्यकर्ता देंगे सेवा
महामंत्री अर्जुन कुमार मौर्य ने बताया कि प्रयागराज में 12 वर्षों के अंतराल के बाद 14 जनवरी 2025 से महाकुंभ का शुभारंभ होगा, जो महाशिवरात्रि, 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। इस आयोजन में 30 से 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। उन्होंने कहा, "महाकुंभ किसी आमंत्रण पर आधारित नहीं है। यह श्रद्धा और आस्था का ऐसा पर्व है, जिसमें गांव-गांव से हजारों वर्षों से लोग आते रहे हैं।"
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों को भोजन, दवा और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना एक महत्वपूर्ण दायित्व है। उन्होंने भगवान शिव के शिव पुराण में वर्णित अन्नदान की महिमा का उल्लेख करते हुए इसे जीवन का सर्वोत्तम पुण्य कार्य बताया।
अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष संतोष कुमार निगम ने बताया कि काशी से महाकुंभ में सेवाकार्यों की व्यवस्था को लेकर संगठन ने विभिन्न दायित्व तय किए हैं। उन्होंने कहा, "सनातन धर्म को मानने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भोजन, दवा और आवास जैसी सुविधाओं की व्यवस्था करना हमारा उद्देश्य है।"
संगठन की भागीदारी
बैठक में राष्ट्रीय बजरंग दल के 80,000 से 90,000 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने पर भी चर्चा हुई। प्रमुख पदाधिकारियों में संतोष कुमार निगम, शैलेंद्र सिंह, आनंद दुबे, श्रवण कुमार मौर्य, रिंकू देवांशी, हरिनाथ सिंह, रवि केसरी और अन्य शामिल थे।
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