‘अयोध्या तो झांकी है काशी मथुरा बाकी है’ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब काशी और मथुरा पर बीजेपी का जोर ! पढ़िए पूरी तैयारी
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब भारतीय जनता पार्टी काशी व मथुरा को आक्रामक तरीके से अपने एजेंडे में शामिल करेगी। अयोध्या के बाद अब काशी मथुरा पर जोर दिया जाएगा। काशी और मथुरा के जरिए भाजपा हिंदुत्व के एजेंडे को धार देने की तैयारी में है।
काशी और मथुरा के मामले फ़िलहाल न्यायालय में विचाराधीन हैं। ज्ञानवापी का ASI सर्वे को चुका है। जल्द ही उस पर फैसला आने की उम्मीद है। यहां भी हिंदू पक्ष को सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। पूरा देश इस समय मान रहा है कि राम मंदिर की स्थापना में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पूरा योगदान है। इसी जनभावना को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में ‘अयोध्या तो बस झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है’ के नारे को भुनाने का प्रयास करेगी।
ऐसे में बीजेपी अब काशी और मथुरा में अब एड़ी चोटी का जोर लगाने वाली है। संभावना है कि बीजेपी आगामी चुनाव में अपने घोषणा में काशी और मथुरा को शामिल कर सकती है। जिससे भाजपा हिंदू जनमानस को जाति का बंधन तोड़कर एकजुट करने का प्रयास करेगी।
दूसरी ओर, अयोध्या, काशी और मथुरा के मुकदमों के वकील विष्णु शंकर जैन ने हिन्दुओं को सकारात्मक सन्देश दिया है। विष्णु शंकर जैन ने अपने एक ट्वीट में कहा कि बहुत जल्दी काशी और मथुरा भी मुक्त होगी। ये मुझे विश्वास है और ये होने वाला है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि जो न्याय होता है वह सभी के सामने आ जाता है। श्रीराम जन्मभूमि में न्याय हुआ, ठीक वैसे ही न्याय मथुरा और काशी में होगा। भारतीय जनता पार्टी इसके लिए भरसक प्रयास करेगी। हमारे लिए राम मंदिर भी चुनावी मुद्दा नहीं था और मथुरा काशी भी कोई चुनावी मुद्दा नहीं होगा।
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