काशी में अन्नकूट की धूम, माता अन्नपूर्णा एवं महादेव को अर्पित होगा छप्पन भोग
संवाददाता- गौरव मारुति शर्मा
वाराणसी। काशी में हर साल की तरह इस बार भी अन्नकूट पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। देवी-देवताओं को समर्पित इस विशेष पर्व पर वाराणसी के मंदिरों में पूजा-अर्चना और छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा। शहर के दुर्गाकुंड स्थित कुष्मांडा देवी मंदिर में विशेष तैयारी की गई है, जहां मंदिर परिसर को 56 प्रकार की मिठाइयों से सजाया गया है। इस अवसर पर मां कुष्मांडा देवी को 56 प्रकार के भोग के अलावा फलों और सूखे मेवों का अर्पण किया। दोपहर 12 बजे के बाद से देवी को एक क्विंटल से अधिक खिचड़ी का भोग भी अर्पित किया गया, जिसे बाद में श्रद्धालुओं के बीच वितरित किया गया।

दूसरी ओर, बाबा विश्वनाथ धाम के समीप स्थित प्राचीन अन्नपूर्णा देवी मंदिर में भी अन्नकूट का विशेष आयोजन हुआ। धन-धान्य की देवी अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन और पूजन का यह अंतिम दिन था, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया। मंदिर के महंत शंकर पुरी के अनुसार, देवी अन्नपूर्णा को 251 क्विंटल का छप्पन भोग अर्पित किया गया। इसमें विभिन्न प्रकार की मिठाइयां, पंचमेवा, बनारस की विशेष मिठाइयां और सूखे मेवे शामिल थे। मंदिर के अन्नक्षेत्र में प्रतिदिन औसतन 40,000 लोग प्रसाद ग्रहण करते हैं, जबकि पर्व के इस विशेष दिन पर यह संख्या लाखों में पहुँचने की संभावना है। महंत शंकर पुरी ने बताया कि अन्नकूट पर्व मनाने से लंबी आयु और आरोग्य की प्राप्ति होती है।

काशी के देवाधिदेव और काशीपुराधिपति महादेव के सम्मान में भी इस पर्व पर भव्य आयोजन किया गया। महादेव को अन्नकूट के अवसर पर 21 कुंटल का भोग अर्पित किया गया, जिसमें बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू, बालूसाही, पंचमेवा और सूखे मेवे शामिल थे। इस अवसर पर बाबा की रजत प्रतिमा की भव्य आरती की गई। काशीवासियों के लिए यह पर्व विशेष महत्व रखता है। अन्नपूर्णा तथा महादेव के छप्पन भोग के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगेगा।








