बनारसी मिठाइयों से टक्कर लेगा अमूल का काजू कतली, रसगुल्ला, जनवरी में शुरू होगा करखियांव प्लांट
वाराणसी। अपनी स्वाद व मिठास के लिए मशहूर बनारसी मिठाइयों से अमूल की काजू कतली, रसगुल्ला, पेड़ा और लड्डू टक्कर लेंगे। अमूल लोकल बनारसी मिठाई लौंगलता व लाल पेड़ा भी बनाएगा। जनवरी से करखियांव में बने अमूल के नवनिर्मित प्लांट से उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। यहां दुग्ध उत्पादों के साथ ही एक माह में तीन लाख किलो मिठाइयां बनाकर बाजार में लाने की तैयारी है।
करखियांव में 30 एकड़ में लगभग 500 करोड़ की लागत से यूपी का सबसे बड़ा अमूल प्लांट बनकर तैयार होने के कगार पर है। यहां साइलो के साथ ही प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, चिलिंग, ब्यावलर समेत लगभग शत प्रतिशत मशीनें इंस्टाल हो चुकी हैं। प्लांट से प्रथम चरण में पांच लाख पैकेट बंद दूध उत्पादन का लक्ष्य है। प्लांट के चालू होने से क्षेत्र में पूर्वांचल के दुग्ध उत्पादकों की आमदनी बढ़ेगी तो लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इससे खेती-बाड़ी व पशुपालन से लोगों का मोहभंग दूर होगा और अपने पारंपरिक पेशे की ओर लौटेंगे।
जिलों से इकट्ठा करेंगे दूध
अमूल प्लांट के प्रारंभ होते ही बनारस, जौनपुर, गाजीपुर, चंदैली, भदोही समेत 18 जिलों एक हजार से अधिक गांवों के पशुपालकों से दूध लिया जाएगा। इसके लिए गाजीपुर, चंदौली, शाहगंज, मीरजापुर समेत नौ जिलों में दुग्ध कलेक्शन सेंटर खोले जाएंगे।
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