जातीय जनगणना के निर्णय के बाद सपाइयों ने निकाली विजय यात्रा, अखिलेश को दिया धन्यवाद, बोले, सरकार ने दबाव में आकर लिया फैसला

वाराणसी। सरकार की ओर से जातीय जनगणना कराने के निर्णय के बाद सोमवार को विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सिगरा से कचहरी तक विजय यात्रा निकाली। इसके जरिये सपा प्रमुख अखिलेश यादव को धन्यवाद दिया। सपाइयों ने राष्ट्रपति के नाम से संबोधित पत्रक सौंपा। सरकार से इसे शीघ्र शुरू कर उसके संपूर्ण और स्पष्ट आंकड़े देश के सामने पेश करने की मांग की।
विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने बताया कि हाल ही में केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना को मंजूरी दी है, जो विपक्ष के नेता अखिलेश यादव के निरंतर प्रयासों और दबाव का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भले ही सरकार ने जातीय जनगणना को मंजूरी दी हो, लेकिन अभी तक इस बात को स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह प्रक्रिया कब से शुरू होगी और इसके परिणाम कब तक सार्वजनिक किए जाएंगे।
उन्होंने आशंका जताई कि सरकार केवल चुनावी लाभ के लिए इस मुद्दे को उठाकर इसे अधूरा छोड़ सकती है। जनगणना की प्रक्रिया यदि शुरू भी होती है, तो यह जरूरी नहीं कि उसके आंकड़े देश के सामने लाए जाएं। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच यह आशंका बढ़ रही है कि सरकार केवल घोषणा करके इस प्रक्रिया को टाल सकती है या आंकड़े जारी करने से परहेज कर सकती है।
ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से मांग की गई है कि जातीय जनगणना की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित किया जाए। इसके आंकड़े जल्द सार्वजनिक किए जाएं। कहा कि जातीय आंकड़े सामाजिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं और इन्हें जानबूझकर दबाया नहीं जाना चाहिए।