सेवा बहाली के लिए तदर्थ शिक्षकों ने बाबा विश्वनाथ दरबार में लगाई अर्जी, सरकार से की मांग
वाराणसी। प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़, रायबरेली, गोरखपुर प्रयागराज, बस्ती, बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, गोंडा, लखनऊ, अयोध्या, अमेठी, बलिया समेत 27 जिलों के तदर्थ शिक्षकों ने दशाश्वमेध घाट पर मान श्रृंखला बनाई। वहीं बाबा विश्वनाथ व कारभैरव मंदिर में अर्जी लगाई। शिक्षकों ने सरकार ने जल्द से जल्द सेवा बहाली की मांग की। साथ ही भरोसा जताया कि योगी सरकार इस मुद्दे पर सकारात्मक निर्णय लेगी।
तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति के संरक्षक रमेश प्रताप सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र सिंह के नेतृत्व में दशाश्वमेध घाट पर प्रदेश भर के तदर्थ शिक्षक इकट्ठा हुए। इस दौरान मानव श्रृंखला बनाकर हर हर महादेव, हर हर मोदी घर घर योगी, बाबा से है यही पुकार तदर्थ शिक्षकों की करो सेवा बहाल, आदि नारा लगाते हुए बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचे। यहां सेवा बहाली के लिए अर्जी लगाई। संरक्षक रमेश प्रताप सिंह का कहना है सदन में मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि प्रदेश के तदर्थ शिक्षकों को बहुत जल्द सरकार राहत देगी, लेकिन धनतेरस के दिन 9 नवंबर 2023 को शासन से एक शासनादेश जारी करते हुए 17 महीने का अवशेष वेतन देते हुए वर्ष 1993 से लेकर अद्यतन राजकोष से वेतन प्राप्त कर रहे लगभग 5 हजार तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर असंवेदनशील निर्णय लिया।
कहा कि हम सभी तदर्थ शिक्षकों का विश्वास है कि बाबा काल भैरव और बाबा विश्वनाथ हम सभी की अर्जी स्वीकार करते हुए अपना आशीर्वाद देंगे। ताकि सरकार हमसभी तदर्थ शिक्षकों की सेवा बहाल करे। कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र सिंह का कहना है अयोध्या धाम, गोरखपुरधाम, काशीधाम में सेवा बहाली अर्जी लगाने के बाद लखनऊ तक सेवा बहाली की बात पहुंचाने के लिए याचना के क्रम में प्रदेश के सभी तदर्थ शिक्षक 28 फरवरी को माननीय मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपने जिले के भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्षों को देंगे।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।