वाराणसी में विकसित हो रहा आधुनिक फ्रेट विलेज, रेल और जलमार्ग से होगी कनेक्टिविटी, मंडलायुक्त ने किया निरीक्षण

वाराणसी। जिले में आधुनिक फ्रेट विलेज विकसित किया जा रहा है। इसकी कनेक्टिविटी रामनगर के राल्हूपुर मल्टीमाडल टर्मिनल और जीवनाथपुर रेलवे स्टेशन से होगी। इसके लिए पांच किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने सोमवार को फ्रेट विलेज परियोजना व मल्टीमॉडल टर्मिनल का निरीक्षण किया। इस दौरान जल्द से जल्द काम पूरा कराने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने प्रस्तावित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की स्थिति का जायजा लिया, जो कि कालोनियों और आसपास के घरों से निकलने वाले पानी के प्रबंधन हेतु स्थापित किया जाएगा। यह कार्य सिंचाई विभाग, जल निगम, नमामि गंगे और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की संयुक्त टीम द्वारा सर्वेक्षण के बाद किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने मल्टीमीडिया मॉडल जेट्टी के साथ-साथ वहां खड़ी एमवी बंगाल गंगा, एसएल जाह्नवी, हाइड्रोजन से चलने वाली एच-2 बोट और नगर निगम की नाव का भी निरीक्षण किया।
इसके साथ ही उन्होंने फ्रेट विलेज और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) के लिए अधिग्रहित भूमि का भी अवलोकन किया। एनएचएलएमएल कंपनी द्वारा 100 एकड़ में विकसित की जा रही इस परियोजना को वाराणसी और चंदौली की सीमा पर एक अत्याधुनिक लॉजिस्टिक्स केंद्र के रूप में तैयार किया जा रहा है।
यह पार्क एनएच-7 और एनएच-2 से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ा जाएगा, जबकि जीवनाथपुर जंक्शन से फ्रेट विलेज तक 5.1 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इससे दिल्ली-हावड़ा रेल फ्रेट कॉरिडोर से इस क्षेत्र का सीधा संपर्क स्थापित होगा। साथ ही राल्हूपुर मल्टीमॉडल टर्मिनल से भी इसका सीधा जुड़ाव होगा, जिससे हल्दिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर निर्बाध जल परिवहन संभव हो सकेगा।
यह परियोजना पूर्वोत्तर भारत से दक्षिण भारत तक माल ढुलाई की एक सशक्त कड़ी बनेगी और क्षेत्र में निवेश व रोजगार के नए अवसर सृजित करेगी। निरीक्षण के दौरान आईडब्ल्यूआई वाराणसी प्रभारी आरपीं पांडेय सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।