मिर्जापुर से बनारस के रास्ते बिहार ले जाई जा रही थी गांजे की बड़ी खेप, 42 किलो गांजा के साथ डीसीएम चालक व खलासी गिरफ्तार
एसीपी कोतवाली अमित पाण्डेय ने रामनगर थाने खुलासा करते हुए बताया कि रामनगर पुलिस और एसओजी को मुखबिर से सूचना मिली कि टेंगरा मोड़ भीटी फ्लाई ओवर के पास एक डीसीएम में गांजा तस्करी कर बिहार ले जाया जा रहा है। इस पर पुलिस ने छापेमारी कर डीसीएम को पकड़ लिया। तलाशी में डीसीएम के पीछे अलग से बने लोहे के बॉक्स में 42 किलो गांजा बरामद हुआ। गांजा एक एक किलो के 42 पैकेट में रखे गए थे।
डीसीएम सवार चालक और खलासी को गिरफ्त में लेकर पूछताछ की गई। पता चला कि डीसीएम करमन टोला थाना नेवादा जिला आरा बिहार निवासी ध्रुवनाथ सिंह की है। जबकि तस्करी में संयुक्त रूप से शामिल खलासी जयप्रकाश यादव ग्राम बड़का राजपूत, थाना सिमरी जिला बक्सर बिहार का रहने वाला है। दोनों ने बताया कि वे गांजा मिजार्पुर की तरफ से बनारस के रास्ते बिहार ले जा रहे थे। बरामद गांजे की कीमत साढ़े दस लाख रुपये बताई जा रही है। तस्करी में शामिल डी सी एम को जब्त करके गिरफ्तार अभियुक्तों को तत्सम्बन्धी धाराओं में जेल भेज दिया गया।
दोनों आरोपियों की गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम में एसीपी कोतवाली अमित कुमार पाण्डेय, रामनगर इंस्पेक्टर जगदीश कुशवाहा, एसओजी प्रभारी सब इंस्पेक्टर मनीष मिश्रा, सब इंस्पेक्टर अंशू पाण्डेय, सब इंस्पेक्टर अनिल राजपूत, कांस्टेबल रविशंकर, कांस्टेबल अशोक कुमार, कांस्टेबल उमेश कुमार यादव एवं एसओजी टीम से हेड कांस्टेबल विजय शंकर राय, हेड कांस्टेबल ब्रम्हदेव सिंह, कांस्टेबल पवन तिवारी, कांस्टेबल रमांशकर,कांस्टेबल मयंक त्रिपाठी व कांस्टेबल दिनेश कुमारशामिल रहे।
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