मोहनसराय ट्रांसपोर्ट योजना को लेकर बवाल में एक दर्जन ग्रामीणों समेत पुलिसकर्मी घायल

घरों में घुस-घुसकर किसान और उनके परिवारों की पिटाई का आरोप
वाराणसी। रोहनिया क्षेत्र के मोहनसराय ट्रांसपोर्ट नगर योजना को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच मंगलवार को हुए संघर्ष में एक दर्जन ग्रामीण समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये। मौके पर फोर्स के साथ जमीन पर कब्जा लेने गये अधिकारियों के सामने किसान वीडीए मुर्दाबाद और किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस मामले में पुलिस ने एक दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया था।
बताया जाता है कि जब पुलिस ने घरों में घुस-घुसकर किसानों की पिटाई शुरू कर दी तो कई किसान अपना घर छोड़कर भाग गये। इनमें से कईयों को पुलिस पकड़कर थाने ले गई। मौके पर छह थानों की फोर्स के साथ पीएसी मौके पर तैनात रही। सुबह करीब 11 बजे राजातालाब एसडीएम के नेतृत्व में वीडीए की जमीन मोहनसराय पहुंची। जेसीबी से जमीन की खुदाई शुरू हुई तो ग्रामीण सामने आ गये। उन्होंने विरोध किया तो पुलिसकर्मियों से बहस के बाद हाथापाई, मारपीट के बाद पथराव शुरू हो गया।
पुलिस लाठीचार्ज में बैरवन गांव के पूर्व प्रधान छेदी, कल्लू पटेल, कलावती, पार्वती, विद्युतना देवी, आशा आदि घायल हो गईं। ग्रामीणों के पथराव से उपनिरीक्षक कुलदीप कुमार समेत दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। उधर, वीडीए के संयुक्त सचिव परमानंद यादव ने बताया कि जमीन पर कब्जे का कार्य जारी है। जेसीबी से गड्ढे खोदकर पिलर और कटीले तार लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
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